शिक्षक, चिकित्सक और कर्मचारियों की कमी नहीं होगी-दयालू
लखनऊ। उप्र के आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र ‘दयालू’ ने कहा है कि राज्य की योगी सरकार होम्योपैथी, आयुर्वेद और यूनानी पद्धति को लगातार बढ़ावा देने का काम कर रही है। यही वजह है कि अभी हाल ही में होम्योपैथी विभाग में करीब 6 प्रचार्य, 15 आचार्य, 116 प्रवक्ता की नियुक्ति हुई है, आयुर्वेद विभाग में 118 चिकित्साधिकारी, यूनानी विभाग में 3 आचार्य, एक रीडर और 25 चिकित्साधिकारी चयनित हुए हैं।
आयुर्वेद उत्तम स्वास्थ्य एवं समृद्धि का आधार
वह आयुर्वेद दिवस पर टूड़ियागंज स्थित राजकीय आयुर्वेद महविद्यालय एवं चिकित्सालय में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि जल्द ही आचार्य के 24, चिकित्सा अधिकारी के 485, फार्मासिस्ट के 1299 और स्टाफ नर्स के 206 पदों पर भर्ती की जायेगी। इसके लिए लोक सेवा आयोग को अधियाचन प्रेषित किया गया है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में शिक्षकों, चिकित्सकों, नर्सों, फार्मासिस्ट समेत किसी भी प्रकार के स्टाफ की कर्मी आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी कॉलेजों में नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद उत्तम स्वास्थ्य एवं समृद्धि का आधार है। यह सिर्फ उपचार की विधा ही नहीं अपितु निरामय रहने का मार्ग भी है। वर्तमान में लोगो को पर्यावरण, खानपान एवं गलत जीवन शैली के कारण विभिन्न रोगों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में आयुर्वेद को अपनाकर शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ जीवन जीया जा सकता है।
अधिक दवाएं बनाने की दिशा में काम हो रहा
आयुष मंत्री दयालू ने कहा कि आयुष को बेहतर बनाने के लिए शोध पर अधिक काम किया जा रहा है। प्रदेश में आयुष विधाओं के अस्पतालों का उच्चीकरण किया जा रहा है। लखनऊ और पीलीभीत की आयुर्वेद की फार्मेसी में अधिक दवाएं बनाने की दिशा में काम हो रहा है। इस मौके पर विशेष सचिव आयुष हरिकेश चौरसिया, महानिदेशक आयुष मानवेंद्र सिंह, मिशन निदेशक आयुष महेन्द्र वर्मा, कॉलेज के प्राचार्य डॉ. माखनलाल, डॉ. धर्मेंद्र आदि मौजूद रहे। कॉलेज परिसर में रंगोली, आयुर्वेदिक रेसिपी प्रतियोगिता में छात्रों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। मंत्री ने छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र बांटे।