नई दिल्ली । राजधानी दिल्ली ने नौ साल में इस बार सबसे ज्यादा दिन साफ हवा में सांस ली है। इस साल अब तक साफ हवा वाले दिनों की संख्या 207 हो चुकी है। पिछले कुछ दिनों से चल रही ठंडी हवाओं से तापमान तो गिरा है, साथ ही, प्रदूषण से भी बड़ी राहत मिली है। दिल्ली में इस बार मॉनसून का सीजन खासतौर पर सबसे अच्छा रहा। जून से लेकर सितंबर तक पूरे मॉनसून सीजन में अच्छी बारिश हुई। इसका असर तापमान और प्रदूषण के स्तर पर भी देखने को मिला। इस दौरान हवा बेहद साफ-सुथरी रही। हालांकि, मॉनसून की वापसी के बाद से ही दिल्ली के मौसम में प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी शुरू हो गई और दशहरे के बाद से ज्यादातर दिन की हवा खराब स्तर पर ही रही है। इसके बावजूद पहले की बढ़त के चलते अब दिल्ली में साफ हवा वाले दिनों की संख्या इस साल 207 हो चुकी है। पिछले वर्ष भी हवा काफी हद तक साफ रही थी, लेकिन पूरा साल बीतने के बाद भी कुल 206 दिन हवा साफ रही थी। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, शुक्रवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 262 अंक पर रहा था, जबकि दिल्ली के पांच इलाके ऐसे रहे थे जहां का सूचकांक 300 से भी ऊपर यानी बेहद खराब श्रेणी में रहा था। शुक्रवार की शाम के बाद ही हवा की गति बढ़ गई थी। शनिवार दिन में भी ज्यादातर समय हवा की रफ्तार दस से 14 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रही है। इन कारणों से प्रदूषक कणों का बिखराव तेज हुआ और लोगों को प्रदूषण से राहत मिली। सीपीसीबी के मुताबिक, शनिवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 193 के अंक पर रहा। 200 के नीचे के सूचकांक को साफ और उससे ऊपर के सूचकांक को खराब माना जाता है। वर्ष 2016 से सीपीसीबी के नए वायु गुणवत्ता सूचकांक मानक तैयार किए गए हैं।