भोपाल : ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने रविवार को 366 हितग्राहियों को कामकाजी कार्ड, आयुष्मान कार्ड, विधवा पेंशन और राशन पात्रता पर्चियों का वितरण रेसकोर्स रोड स्थित 38 नम्बर कार्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में किया। उन्होंने कहा कि नर सेवा ही नारायण सेवा है, लेकिन यह सब हो पा रहा है ईश्वर की कृपा से वर्ना हम और आप तो निमित्त मात्र हैं। लेकिन आप और आपका सेवक जागरुक है इसलिए यह सब संभव हो पाया है।
ऊर्जा मंत्री तोमर ने राज्य और केन्द्र सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के तहत 366 हितग्राहियों को हित लाभ के प्रमाण-पत्र वितरित किए गये। इसमें 116 महिलाओं को महिला कामकाजी कार्ड 116, 112 हितग्राहियों को राशन पात्रता पर्ची, 26 वृद्धजनों को वृद्धावस्था पेंशन, 13 बहिनों को कल्याणी पेंशन, 2 लोगों को नि:शक्तजन पेंशन प्रमाण पत्र तथा 98 हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड प्रदान किए गए।
ऊर्जा मंत्री तोमर ने कहा यह सेवक आपकी सेवा के लिए कार्य कर रहा है। आज ग्वालियर उप नगर की तस्वीर और तकदीर बदल रही है। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मार्गदर्शन, केंद्रीय मंत्री श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया और आप सभी के सहयोग से संभव हो सका है।
ऊर्जा मंत्री तोमर ने कहा कि उपनगर ग्वालियर में सिविल अस्पताल हजीरा आपने पहले भी देखा था और आज भी देख रहे हैं। इसी तरह पटेल स्कूल पहले किस स्थिति में था और अब किस स्थिति में है। यह सब आपकी आंखों के सामने है। उन्होंने कहा कि यह सब इसलिए है, क्योंकि आपका सेवक जागरुक है। स्मार्ट स्कूल, स्वास्थ्य सेवाएं हमारे आने वाली पीढियों के काम आएंगे।
ऊर्जा मंत्री तोमर ने स्वच्छता पर जोर देते हुए कहा कि हमें स्वच्छता के मामले में ग्वालियर को इंदौर बनाना है। अपने घर को अपनी गली को स्वच्छ रखना, हमें अपनी आदत में शामिल करना होगा। तभी हम स्वच्छ ग्वालियर के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। ऊर्जा मंत्री ने कहा वह नियमित रूप से फेसबुक पर लाइव होते हैं और आप भी इसके जरिए मुझसे जुड़ सकते हैं। प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा हम सभी संकल्प लें कि हमें नशा मुक्त और स्वच्छ ग्वालियर बनाना है। उन्होंने अपने बड़े भाई को याद करते हुए कहा कि लंग्स इन्फेक्शन के कारण उनका निधन हुआ। यह इंफेक्शन प्रदूषण के कारण हुआ। किसी के माता-पिता और परिवार को ऐसा दिन देखने को ना मिले, इसलिए हमें प्रदूषण के खिलाफ भी लड़ाई लड़नी है।