बिलासा एयरपोर्ट के विभिन्न कार्यों का टेंडर जारी, हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने स्वागत किया
बिलासपुर । हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने आज पीडब्ल्यूडी द्वारा बिलासा बाई केवट एयरपोर्ट में नाइट लैंडिंग उपकरण डीवीओआर स्थापित करने के लिए आवश्यक भवन निर्माण और एयरपोर्ट का एप्रोन विस्तार के लिए टेंडर जारी होने का स्वागत किया है। गौरतलब है कि यह टेंडर करीब दो माह से लंबित था और आवश्यक भवन निर्माण के बगैर नाइट लैंडिंग उपकरण की स्थापना नहीं की जा सकती थी।
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने आसन्न नगरीय निकाय चुनाव को देखते हुए शासन और प्रशासन से यह मांग की है कि अगर टेंडर खोलने के पहले आचार संहिता लग जाती है तो राज्य निर्वाचन आयोग से इसे खोलने की विशेष अनुमति लेने की कार्यवाही तुरंत की जाए। समिति ने कहा कि पहले ही यह कार्य लगभग दो माह के विलंब से हो रहा है और यदि आचार संहिता के कारण और विलंब हुआ तो दक्षिण कोरिया से आयातित उपकरण एयरपोर्ट पर बेकार पड़े रहेंगे और हाई कोर्ट के द्वारा दिया गया निर्देश कि नाइट लैंडिंग की सुविधा जल्द से जल्द दी जाए वह कारगर नहीं हो पाएगा।
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने बिलासा बाई केवट एयरपोर्ट को 4ष् एयरपोर्ट में बदलने के प्रोजेक्ट पर प्रगति न होने पर भी चिंता जताई ।समिति ने कहा कि डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने का टेंडर या एक्सप्रेशन आफ इंटरेस्ट आज तक जारी नहीं हुआ है जबकि इसके माध्यम से केवल रिपोर्ट बनाने वाले कंसलटेंट का चयन होना है। समिति ने विशेष कर कलेक्टर बिलासपुर से इस मामले में दखल देने की मांग की है और यह टेंडर भी शीघ्र जारी किए जाने की आवश्यकता बताई है। गौरतलब है कि कम से कम 6 महीने कंसल्टेंट इस रिपोर्ट को बनाने में लगाएंगे। अर्थात यदि आज से टेंडर आदि की कार्रवाई की गई तो सितंबर में जाकर 4ष् एयरपोर्ट का वास्तविक कार्य प्रारंभ हो पाएगा ।इसके लिए रिपोर्ट के आधार पर वित्तीय और प्रशासकीय अनुमति भी आवश्यक होगी।
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति का महा धरना आज भी जारी रहा और धरने में निवृतमान महापौर रामशरण यादव के अलावा अनिल गुलहरे, बद्री यादव, समीर अहमद, रवि बनर्जी, विजय वर्मा, स्वर्णा शुक्ला, आशुतोष पांडे, राघवेंद्र सिंह, केशव गोरख, अमर बजाज, मनोज तिवारी, महेश दुबे, टाटा पंकज सिंह, अशोक भंडारी, चंद्र प्रकाश जायसवाल, नवीन वर्मा, संदीप बाजपेई, कृष्ण मुरारी दुबे, राकेश शर्मा, मोहसिन अली और अखिल अली शामिल थे।