पटना
बिहार में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरना शुरू कर दिया है। तेजस्वी कभी नीतीश की मानसिक स्थिति पर सवाल खड़े कर रहे हैं, तो कभी कह रहे हैं कि नीतीश कुमार सिर्फ पैर छूने वाले मुख्यमंत्री रह गए हैं। बुधवार को तो उन्होंने नीतीश की सरकार को खटारा करार दिया। तेजस्वी के इन आरोपों पर भाजपा भड़क गई है। बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए तेजस्वी यादव पर करारा प्रहार किया।
बिहार भाजपा चीफ ने कहा कि तेजस्वी यादव के बयानों के बारे में हम पहले भी कह चुके हैं कि वह अपने दायरे में रहें और दायरा पार न करें। तेजस्वी को यह समझना चाहिए कि वह किनके बारे में बयान दे रहे हैं। इन बयानों का क्या अर्थ निकलता है। अगर संस्कार खत्म हो जाएगा तो फिर इंसानियत नहीं बचेगी। इसलिए तेजस्वी यादव को इन सब बातों से परहेज करना चाहिए। चुनाव के दौरान ईडी-सीबीआई की कार्रवाई वाले तेजस्वी के बयान पर बिहार भाजपा चीफ ने कहा कि उनके कहने से कुछ नहीं होता है। ईडी-सीबीआई अपना काम करती है। चुनाव को देखकर कार्रवाई नहीं होती है।
दूसरी ओर तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट कर नीतीश सरकार में बढ़ रहे अपराध पर निशाना साधा। तेजस्वी ने लिखा, आज मैंने राज्य की जनता के समक्ष नीतीश कुमार के 20 वर्षों के शासन काल में अपराध का आधिकारिक रिकॉर्ड रखा। ये भारत सरकार के राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आधिकारिक आंकड़े हैं। नीतीश कुमार के 20 वर्षों के राज में 60,000 हत्याएं हुईं है। 25 हजार से अधिक रेप हुए है। इतना ही नहीं, पुलिस वालों की सबसे अधिक पिटाई, हमला और हत्या भी एनडीए के शासनकाल में हुई है। इधर, सिर्फ कुछ दिन में अररिया और मुंगेर में एएसआई की हत्या हुई। भागलपुर, नवादा, पटना, मधुबनी और समस्तीपुर में पुलिस टीम पर जानलेवा हमला हुआ, जिसमें पुलिस को पीटा गया। अब इस अराजक स्थिति पर सीधा सवाल है कि कहां है कानून व्यवस्था। कहां हैं बिहार के गृहमंत्री। क्या वो अचेत हैं। ये सवाल तो पूछा जायेगा। आप अपने 20 सालों का हिसाब दीजिए।
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