Mahrashtra: महा विकास अघाड़ी के बीच तय हुआ सीट शेयरिंग का फॉर्मूला, कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (एसपी) प्रत्येक को 85 सीटें

मुंबई। महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाड़ी (एमवीए) में 255 सीटों पर आम सहमति बन गई है। एमवीए में शामिल कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (एसपी) प्रत्येक 85 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि 270 सीटों का बंटवारा हुआ है, जिसमें से 18 सीटें सहयोगी दलों को दी जाएगी।

एमवीए में 15 सीटों पर असमंजस की स्थिति अब भी बरकरार है। बुधवार शाम शिवसेना (यूबीटी) के संजय राउत, एनसीपी (एसपी) के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल और नाना पटोले ने संयुक्त प्रेसवार्ता कर सीटों के बंटवारे की घोषणा की। इससे पहले एमवीए के नेताओं की दक्षिण मुंबई के यशवंतराव चव्हाण सेंटर में पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार के साथ ढाई घंटे मैराथन बैठक चली। इसके बाद 85-85 सीटों के बंटवारे का फार्मूला सामने आया। संजय राउत ने कहा कि तीनों दलों को बंटवारे में 85-85 सीटें मिली हैं।

पटोले ने कहा कि 18 सीट एमवीए के सहयोगी दल जैसे शेतकरी (किसान) कामगार पार्टी, समाजवादी पार्टी और कम्युनिस्ट पार्टी को दी जाएगी। एमवीए की यह रणनीति विपक्ष के वोटों में बिखराव को रोकने की कवायद के रूप में देखी जा रही है। सूत्रों के अनुसार शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस के बीच विदर्भ और मुंबई की कुछ सीटों पर अब भी बात नहीं बन पाई है। इसलिए 85 का फार्मूला घोषित कर विपक्षी दलों में एकजुटता दिखाने की कोशिश की गई है।

उद्धव के दबाव में आई कांग्रेस
लोकसभा चुनाव के नतीजों में महाराष्ट्र में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है, जिसके 17 सांसद हैं। जबकि शिवसेना (यूबीटी) के 9 और एनसीपी के 8 सांसद हैं। चर्चा थी कि महाराष्ट्र के चुनाव में इस बार कांग्रेस बड़े भाई की भूमिका निभाने की तैयारी में है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। समझा जा रहा है कि उद्धव ठाकरे के दबाव के कारण कांग्रेस को झुकना पड़ा है।

ठाकरे ने घोषित किए 65 उम्मीदवार, आनंद दिघे के भतीजे से होगा शिंदे का सामना
एमवीए में सीटों के बंटवारे के साथ ही शिवसेना (यूबीटी) ने एमवीए में सीटों के बंटवारे की घोषणा से पहले ही अपने 65 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। ठाकरे ने ठाणे के कोपरी-पांचपाखाड़ी सीट पर एकनाथ शिंदे के सामने उनके राजनीतिक गुरु दिवंगत आनंद दिघे के भतीजे केदार दिघे को मैदान में उतारा है। केदार दिघे को उद्धव ठाकरे का हुकुम का एक्का माना जा रहा है, जबकि ठाणे शहर से पूर्व सांसद राजन विचारे को उम्मीदवार घोषित किया है।

इसके अलावा ठाकरे की शिवसेना की सूची में वरली से आदित्य ठाकरे, बांद्रा पूर्व से आदित्य के मौसी के बेटे वरुण सरदेसाई, गोरेगांव से कांग्रेस के दिवंगत नेता गुरुदास कामत के भांजे समीर देसाई, विक्रोली से सांसद संजय राउत के भाई सुनील राउत, अंधेरी से ऋतुजी लटके का नाम शामिल है।शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर के खिलाफ ठाकरे गुट ने सावंतवाडी से पूर्व विधायक राजन तेली को टिकट दिया गया है। कैबिनेट मंत्री अब्दुल सत्तार के खिलाफ सिल्लोड से सुरेश बनकर को चुनाव में उतारा गया है।

शिवसेना (UBT) की लिस्ट में 3 महिलाओं को टिकट दिया गया है। पांच सीटें SC और 3 सीटें ST के लिए हैं। महाराष्ट्र महाविकास अघाड़ी (MVA) में शिवसेना (UBT) ने सबसे पहले लिस्ट जारी की है। अभी कांग्रेस और NCP (SP) की लिस्ट आनी बाकी है।

होल्ड पर रखी गई मुंबई की दहिसर सीट
मुंबई की दहिसर विधानसभा सीट उद्धव के हिस्से आई है। इस सीट को फिलहाल होल्ड पर रखा गया है। क्योंकि उद्धव यहां से अभिषेक घोसालकर की पत्नी तेजस्विनी को चुनाव लड़ना चाहते हैं। लेकिन अभिषेक के पिता पूर्व विधायक विनोद घोसालकर भी दहिसर सीट से टिकट मांग रहे हैं।

दरअसल, 8 फरवरी 2024 की रात उद्धव गुट के नेता और पूर्व पार्षद अभिषेक घोषालकर की गोली मार कर हत्या की गई थी। घटना के दौरान अभिषेक फेसबुक पर लाइव थे। हमला करने वाले आरोपी मॉरिस नरोन्हा ने भी खुद को 4 गोलियां मारकर सुसाइड कर लिया था।

बारामती से लड़ेंगे अजित पवार

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को NCP अजित पवार गुट ने पहली लिस्ट जारी की। इसमें 38 कैंडिडेट्स के नाम हैं। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार बारामती से चुनाव लड़ेंगे। यह बारामती लोकसभा सीट के अंतर्गत आती है।बारामती लोकसभा सीट शरद पवार की पारंपरिक सीट रही है। यहां से इस बार उनकी बेटी सुप्रिया सुले जीती थीं। सुप्रिया ने लोकसभा चुनाव में अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार को हराया था।

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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