48 वार्डों का आरक्षण तय, 21 एसटी, एससी व ओबीसी के लिए, 27 अनारक्षित

जगदलपुर: नगर निगम जगदलपुर के 48 वार्डों के लिए आरक्षण प्रक्रिया शुक्रवार को पूरी हो गई। कलेक्ट्रेट के प्रेरणा हॉल में सुबह 11 बजे शुरू हुई प्रक्रिया में एसटी, एससी और ओबीसी वर्ग को क्रमश: 9-9 और 3 सीटें मिलीं। अनारक्षित वर्ग के लिए 27 सीटें आरक्षित की गई हैं। इनमें से 9 सीटें महिलाओं के लिए हैं। एससी की 3 सीटों में से 1 महिला और 2 ओपन हैं। एसटी की 9 सीटों में से 3 महिला और 6 ओपन हैं। वहीं, अनारक्षित वर्ग की कुल 27 सीटों में से 9 महिला और 18 सीटें ओपन हैं।

बलीराम कश्यप वार्ड ओबीसी महिला के लिए आरक्षित

आरक्षण प्रक्रिया पूरी होने के बाद कई वार्डों के समीकरण बदल गए। जिन वार्डों के अनारक्षित होने के कयास थे, ऐसे वार्ड ओबीसी और ओबीसी महिला के लिए आरक्षित हो गए। इसके अलावा कई दिग्गज नेताओं के वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित हो गए। ओबीसी और ओबीसी महिला के लिए तय किए गए वार्डों ने कई दिग्गजों का गणित बिगाड़ दिया है।

हालांकि महापौर सफीरा साहू का बलिराम कश्यप वार्ड ओबीसी महिला के लिए आरक्षित हो गया है। पिछली बार यह वार्ड ओबीसी मुक्त था। जबकि पूर्व नेता प्रतिपक्ष संजय पांडेय का श्यामा प्रसाद मुखर्जी वार्ड इस बार ओबीसी महिला के लिए आरक्षित हो गया है। पिछली बार यह वार्ड अनारक्षित मुक्त था।

एक त्रुटि ने बदला बालाजी वार्ड का समीकरण

आरक्षण प्रक्रिया में भाग लेने के लिए सुबह से ही कलेक्ट्रेट में जनप्रतिनिधि और वार्डों के संभावित दावेदार जुटने लगे थे। सुबह से ही चहल-पहल रही। वार्डों के आरक्षण की प्रक्रिया के दौरान दावेदारों की सांसें ऊपर-नीचे होती रहीं। लॉटरी के दौरान नेताओं में उत्साह भी देखने को मिला, वहीं कई चेहरे मायूस भी दिखे।

त्रुटि के बाद बालाजी वार्ड हुआ अनारक्षित मुक्तः आरक्षण प्रक्रिया के दौरान जब वार्डों की लॉटरी निकाली जा रही थी, तो एक त्रुटि ने बालाजी वार्ड का समीकरण बदल दिया। त्रुटि के पहले यह वार्ड अनारक्षित महिला के लिए आरक्षित था, जबकि बाद में जब चिट निकली, तो यह वार्ड अनारक्षित मुक्त हो गया। इसका मतलब यह है कि अब से सामान्य वर्ग के पुरुष और महिला दोनों अपना दावा पेश कर सकेंगे।

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