राफेल नडाल ने टेनिस से संन्यास लिया, कहा- ‘मुझे याद रखना तो ऐसे…’
क्वार्टर फाइनल में नीदरलैंड्स से मिली हार के बाद ना सिर्फ डेविस कप में स्पेन के सफर का अंत हुआ बल्कि टेनिस के महान खिलाड़ी राफेल नडाल के करियर का भी अंत हुआ. 2 दशक तक वर्ल्ड टेनिस के सीने पर राज करने के बाद नडाल ने नम आंखों से खेल को अलविदा कहा.
डेविस कप के पहले मुकाबले में स्पेन का प्रतिनिधित्व नडाल ने किया, जिसमें उन्हें सीधे सेटों में 6-4, 6-4 से हार का सामना करना पड़ा. इसी के साथ टेनिस को छोड़कर जाते-जाते भी नडाल इतिहास रच गए. वो इस खेल के इकलौते ऐसे खिलाड़ी बन गए हैं, जिसने डेविस कप में अपना पहला और आखिरी मैच गंवाया है. उसके अलावा बीच के सारे मुकाबले जीते हैं. नडाल ने 2004 में खेला डेविस कप का अपना पहला मैच भी गंवाया था.
राफेल नडाल का टेनिस करियर कई ऐतिहासिक रिकॉर्डों का गवाह रहा है. उनके नाम 22 ग्रैंडस्लैम हैं. इतने ज्यादा ग्रैंडस्लैम जीतने वाले वो दूसरे टेनिस स्टार हैं. टेनिस में कई सितारे आए, जगमगाए और चले गए लेकिन किंग ऑफ क्ले का टैग सिर्फ नडाल को मिला तो इसलिए क्योंकि अपने 22 ग्रैंडस्लैम में उन्होंने सबसे ज्यादा 14 बार फ्रेंच ओपन का खिताब अपने नाम किया है.
नडाल के करियर की दूसरी उपलब्धियों की बात करें तो उन्होंने 1080 सिंगल्स जीते हैं. वो 209 हफ्तों तक लगातार वर्ल्ड नंबर 1 रहे. उनके नाम 92 सिंगल्स टाइटल्स हैं, जिनमें 63 सिंगल्स टाइटल्स सिर्फ क्ले कोर्ट पर जीते हैं. राफेल नडाल के नाम ओलंपिक की कोर्ट पर भी 2 गोल्ड मेडल दर्ज हैं, वो 5 बार ATP प्लेयर ऑफ द ईयर बने और 5 बार साल का अंत वर्ल्ड नंबर वन रहकर किया
डेविस कप 2024 में आखिरी मैच खेलने के साथ ही राफेल नडाल की आंखें नम हो गईं. उनके परिवार की आंखें नम हो गईं. उन्होंने उस लम्हें को भावुक कर देने वाला बताया. नडाल ने संन्यास लेते हुए कहा कि वो चाहते हैं कि दुनिया उन्हें एक अच्छे इंसान के तौर पर याद रखे. जो बच्चे उन्हें फॉलो करें वो उनसे भी बड़े सपने देखें. जीवन में उनसे भी ज्यादा कुछ हासिल करें.