एमपी विधानसभा में शीतकालीन सत्र के पहले दिन दो विधायकों ने ली शपथ, हंगामे मचा तो कार्यवाही कल के लिए स्थगित
भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया है। अमरवाड़ा से विधायक कमलेश शाह और बुधनी से विधायक रमाकांत भार्गव के शपथ ग्रहण के साथ विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई। इस दौरान कांग्रेस विधायकों ने खाद की खाली बोरियों के साथ प्रदर्शन किया। वे किसानों को खाद नहीं मिलने का मुद्दा उठा रहे थे। इसके बाद कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई। शीतकालीन सत्र में सरकार जन विश्वास विधेयक पेश करेगी, जिसके जरिए अफसरों को कोर्ट की बजाय छोटे-मोटे मामलों में जुर्माना लगाने का अधिकार दिया जाएगा। इसके साथ ही 17 दिसंबर को वर्ष 2024-25 के लिए 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक के प्रथम अनुपूरक बजट के साथ नगर निगम एवं नगर पालिका अधिनियम तथा निजी विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक भी पेश किया जाएगा।
एमपी सरकार पेश करेगी विधेयक
कामकाज को सरल बनाने के लिए केंद्र सरकार ने वर्ष 2023 में जन विश्वास विधेयक पेश किया था। इसी तरह मध्य प्रदेश सरकार भी विधेयक पेश करने जा रही है। इसमें नगरीय विकास, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, ऊर्जा, श्रम, सहकारिता एवं अन्य विभागों के उन अधिनियमों में संशोधन किया जा रहा है, जिनमें दो-तीन माह की सजा या जुर्माने का प्रावधान है। ऐसे मामलों में समझौते का प्रावधान शामिल किया जा रहा है। वहीं नगर निगम, नगर पालिका एवं नगर परिषद के अध्यक्ष के खिलाफ तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के बाद अविश्वास प्रस्ताव पेश करने एवं पारित करने के लिए तीन-चौथाई पार्षदों का समर्थन आवश्यक होने संबंधी प्रावधान करने के लिए अधिनियम में संशोधन प्रस्तावित किया गया है।
भाजपा के दो विधायकों की शपथ
आज से शुरू हुए विधानसभा के शीतकालीन सत्र में सबसे पहले उपचुनाव में निर्वाचित दो विधायकों को शपथ दिलाई गई। लोकसभा चुनाव के दौरान छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक कमलेश शाह ने इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया था। जुलाई 2024 में उपचुनाव हुए, जिसमें भाजपा प्रत्याशी कमलेश शाह विजयी हुए। उन्होंने तब विधानसभा की सदस्यता नहीं ली थी। इसी तरह, शिवराज सिंह चौहान के विदिशा से सांसद चुने जाने के बाद बुधनी और रामनिवास रावत के विधानसभा से इस्तीफा देने के बाद विजयपुर में उपचुनाव हुए।