प्रयागराज महाकुंभ में मुस्लिम समुदाय ने धार्मिक समरसता और सामाजिक एकता का संदेश दिया
प्रयागराज । प्रयागराज महाकुंभ 2025 के आयोजन में मुस्लिम समुदाय की भागीदारी और उनके समर्पण ने धार्मिक समरसता और सामाजिक एकता का संदेश दिया है। जहां एक ओर कुछ साधु-संतों ने मुस्लिमों की भागीदारी को लेकर बयान दिए, वहीं दूसरी ओर मुस्लिम समुदाय ने अपनी जिम्मेदारी निभाकर महाकुंभ को अपना माना और इसके सफल आयोजन में योगदान दिया। प्रयागराज महाकुंभ में पैरामिलिट्री फोर्स के मुस्लिम जवान न केवल सुरक्षा व्यवस्था देख रहे हैं, बल्कि इस अपना कर्तव्य और गर्व मानते हैं। वहीं प्रयागराज में मुसलमान पार्षद ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर श्रद्धालुओं को ठंड से बचाने के लिए अलाव का इंतजाम किया। इसी प्रकार मुस्लिम महिलाओं का कहना है कि उन्हें गर्व है कि प्रयागराज का महाकुंभ दुनिया में मशहूर है। वे किसी सियासत के जरिए समुदायों को बांटने के पक्ष में नहीं हैं।
पिछले आयोजनों में मुस्लिम समुदाय माघ मेला, अर्द्धकुंभ और महाकुंभ में बड़े स्तर पर कारोबार करता था। इस बार विवाद से बचने के लिए मुस्लिम कारोबारियों ने कुंभ मेला से दूरी बना ली है। लेकिन उन्हें इस बात पर गर्व हैं कि प्रयागराज महाकुंभ में बड़ी संख्या में लोग आ रहे है। मुस्लिम समुदाय ने न केवल महाकुंभ को अपनी सांस्कृतिक धरोहर के रूप में अपनाया, बल्कि इसके सुचारू आयोजन में अपनी भूमिका निभाई। यह उदाहरण भारत की विविधता में एकता और सहिष्णुता का प्रतीक है।