सागर । जिले की देवरी विधानसभा से भाजपा विधायक बृजबिहारी पटेरिया ने गुरुवार देर रात विधायकी छोड़ने की पेशकश की है। उन्होंने विधायकी छोड़ने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है। साथ ही केसली थाने में धरने पर बैठ गए है।
पटेरिया अपने क्षेत्र के एक पीड़ित पक्ष और समर्थकों के साथ डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग कर रहे थे। एफआईआर नहीं होने पर उन्होंने विधानसभा के विधायक पद से इस्तीफा लिख दिया जो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। मामला सामने आते ही पुलिस अधिकारी केसली थाने पहुंचे हैं। जहां बातचीत का दौर जारी है।
उन्होंने अपने इस्तीफे के पत्र में लिखा कि उन्हें अपने क्षेत्र के लोगों के प्रति न्याय न मिलने की वजह से आहत महसूस हो रहा है।
मेरी बात न सुनी जाए तो ऐसी विधायकी मुझे नहीं करना- बृजबिहारी
देवरी विधायक बृजबिहारी पटेरिया ने बताया कि सर्पदंश से व्यक्ति की मौत हुई थी। पीएम रिपोर्ट के नाम पर डॉक्टर ने पैसों की मांग की। पैसे नहीं दिए तो डॉक्टर ने रिपोर्ट में सर्पदंश नहीं लिखा। एसपी, एसडीओपी, टीआई से बात कर मामले की जानकारी दी। एफआईआर कर मामले की जांच कराने के लिए कहा। लेकिन एफआईआर नहीं हुई। थाने आया तो वह कई नियम बता रहे हैं। जब निर्वाचित विधायक के खिलाफ एफआईआर हो सकती है तो डॉक्टर के खिलाफ क्यों नहीं? ऐसा निर्वाचित विधायक होने का कोई मतलब नहीं है। यदि विधायक को थाने में एफआईआर कराने खुद आना पड़े और न लिखी जाए तो इससे शर्मसार करने वाली बात क्या हो सकती है। वह भी सत्ता पक्ष का विधायक। मैंने इस्तीफा दे दिया है। ऐसी विधायकी मुझे नहीं करना है।
पड़ित ने डॉक्टर पर पैसे मांगने का आरोप लगाया
देवरी विधानसभा के ग्राम मेढ़की निवासी के पीड़ित रोहित यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि करीब 27 दिन पहले उसके परिवार में एक बुजुर्ग की सर्पदंश से मौत हुई थी। जिनका पोस्टमार्टम डॉ. दीपक दुबे ने किया था। लेकिन वे पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं दे रहे हैं। सर्पदंश से मौत होने पर शासन से 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता मिलती है। जिस कारण पीएम रिपोर्ट देने के नाम पर डॉक्टर दीपक दुबे आर्थिक सहायता का 10 प्रतिशत मतलब 40 हजार रुपए की मांग कर रहे हैं। हालांकि, शिकायतकर्ता रोहित यादव का यह भी कहना है कि डॉक्टर ने सीधे तौर पर उनसे रुपयों की मांग नहीं की है। डॉक्टर जहां प्राइवेट प्रेक्टिस करते हैं उसके पास स्थित मेडिकल स्टोर संचालक के माध्यम से रिश्वत मांगी है। पीड़ित ने मामले की शिकायत सीएम हेल्पलाइन और थाने में की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। वहीं, डॉक्टर दीपक दुबे का कहना है कि मृतक के परिजन उनसे गलत रिपोर्ट तैयार कराना चाह रहे हैं।
कार्रवाई नहीं हुई तो धरने पर बैठे विधायक
इसी मामले को लेकर गुरुवार रात करीब 9.50 बजे देवरी विधायक ब्रजबिहारी पटेरिया केसली थाने पहुंचे। उनके साथ जिला पंचायत उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह ठाकुर और समर्थक थे। उन्होंने मामले को लेकर डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। लेकिन पुलिस ने कार्रवाई करने में आनाकानी की। जिसके विरोध में विधायक समेत समर्थक और पीड़ित परिवार थाने के गेट पर धरने पर बैठ गए। इस दौरान पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। रात 11.30 बजे तक पुलिस ने एफआइआर दर्ज नहीं की तो विधायक ने थाना परिसर में ही सोने के लिए बिस्तर बुला लिए। देर रात तक 100 से अधिक समर्थक थाना परिसर में बैठे हुए हैं। सागर पुलिस अधीक्षक विकास शहवाल को मामले के संबंध में जानकारी लेने फोन लगाया गया। लेकिन उनका फोन रिसीव नहीं हुआ।