भोपाल। क्या रिटायर हो रहे मध्य प्रदेश के पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना की विदाई परेड आयोजित नहीं की जाएगी? क्या बेटी द्वारा पिता को सलामी दिए जाने का इतिहास बन पाएगा?
ये सवाल इसलिए उठाए जा रहे हैं, क्योंकि आज विशेष पुलिस महानिदेशक शैलेश सिंह द्वारा एक परिपत्र जारी किया गया है। इस पत्र में कहा गया है कि राज्य शासन द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि, माननीय मुख्यमंत्री, माननीय मंत्रीगण एवं पुलिस अधिकारियों को दी जाने वाली सलामी समाप्त की गई है। केवल महामहिम राज्यपाल महोदय ही सलामी ले सकेंगे। किंतु देखने में आ रहा है कि उक्त पत्र का कड़ाई से पालन न हो रहा है जिससे परेड में लगे कर्मचारियों की ड्यूटिया प्रभावित होती है। शासन के निर्णय का उल्लंघन किया जाता है। साथ ही यह प्रथा अंग्रेजों की याद दिलाती है। इसतरह सलामी लेना असंवैधानिक है जो कि उपनिवेशवाद (Colonialism ruls) को दर्शाता है। पुलिस जैसे अनुशासित विभाग में रहते हुये इस तरह शासन के निर्णय का उल्लंघन करना अधीनस्थ अधिकारियों / कर्मचारियों पर गलत प्रभाव पड़ेगा जो कि अच्छी बात नहीं है।
इस पत्र को आज जारी किया गया है और इससे ये कहा जा रहा है कि अब डीजीपी की विदाई परेड आयोजित नहीं होगी। एडीजी शैलेश सिंह का कहना है कि उन्होंने तो पुराने पत्र का हवाल देकर नया पत्र जारी किया है। परेड को लेकर निर्णय उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है। पुलिस मुख्यालय के पीआर ओ का कहना था कि अभी तक उन्हें पत्र के बारे में कोई जानकारी नहीं है।