मंत्री गोविंद राजपूत ने नेता प्रतिपक्ष सिंघार को 20 करोड़ का नोटिस दिया
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र का आज मंगलवार को छठवां दिन है। सदन में विपक्षी सदस्यों ने मंडला नक्सली एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए कहा- पुलिस ने अपना टारगेट पूरा करने के लिए आदिवासी की हत्या की है। रिटायर्ड जज से इसकी जांच कराई जानी चाहिए।
इसके जवाब में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मंडला एनकाउंटर में नक्सली कनेक्शन नहीं मिला तो परिवार को एक करोड़ रुपए सहायता राशि दी जाएगी। दोषी अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
इससे पहले मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने इस मामले में कहा कि घटना की 11 बिंदुओं पर मजिस्ट्रेट जांच चल रही है। जवानों ने पहले आत्मसमर्पण के लिए कहा था। आत्म समर्पण करने के बजाय पुलिस पार्टी पर फायरिंग की गई। इसके बाद ही जवाबी एक्शन लिया गया।
मंत्री के इस जवाब पर कांग्रेस विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। सरकार के खिलाफ नारेबाजी की, फिर कार्यवाही से वॉक आउट कर दिया।
मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को 20 करोड़ का नोटिस दिया है। राजपूत ने विधानसभा में सदन के बाहर मीडिया को यह जानकारी दी। राजपूत ने कहा- सिंघार का चाल-चरित्र-चेहरा सब जानते हैं। वे पहले कांग्रेस के सीनियर नेता दिग्विजय सिंह पर भी कई आरोप लगा चुके हैं।
राजपूत ने कहा- सिंघार भ्रष्टाचार में गले तक डूबे हुए हैं। उन पर शराब माफिया, रेत माफिया जैसे आरोप लगे हैं। उनसे पूछना चाहिए कि वे दो करोड़ की डिफेंडर गाड़ी में कैसे घूम रहे हैं। उनकी पत्नी ने उन पर हत्या तक के आरोप लगाए हैं। सुप्रीम कोर्ट में रिट भी लगी है। जिस आदमी ने हमारी सुपारी ले ली हो, हमारे नाम का टेंडर ले लिया है। वे अब लोकायुक्त नहीं जाएंगे तो टेंडर वापस ले लिया जाएगा। अगर ऐसे लोग कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष रहे तो कांग्रेस की अगली बार 8-10 सीटें आ जाएं, यही बहुत है।
सदन में दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि
मंगलवार को विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा और पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राजेंद्र कुमार सिंह ने दिवंगत पूर्व विधायक विष्णु राजोरिया, डॉ, देवचरण सिंह मधुकर और सुरेंद्रनाथ सिंह को सदन में श्रद्धांजलि दी।
BJP विधायक ने अपनी ही सरकार को घेरा, बोले-भ्रष्ट अधिकारी को बचा रहे मंत्री
सदन में बीजेपी विधायकों ने ही बिजली कटौती के मुद्दे पर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को घेरा। भिंड के विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा ने कहा- बिजली अधिकारी प्रदीप जैन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं। इसके सबूत मैं कई बार मुख्यमंत्री और प्रभारी मंत्री को दे चुका हूं लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही है।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि सभी क्षेत्रों में पर्याप्त बिजली मिल रही है। इस पर कुशवाहा ने कहा- आप अधिकारी का लिखा जवाब पढ़ रहे हैं। प्रदीप जैन को सस्पेंड किया जाना चाहिए। इस पर मंत्री ने कहा- जैन की वरिष्ठ अधिकारियों से जांच कराएंगे।
कमलनाथ ने कहा- अभी आधा खुलासा हुआ
पूर्व सीएम कमलनाथ ने कैग रिपोर्ट पर कहा- अभी तो आधा खुलासा हुआ है। पूरा खुलासा नहीं हुआ है। कमलनाथ बोले- आज मध्यप्रदेश की स्थिति ये है कि कहीं पुलिस पीट रही है, कहीं पुलिस पिट रही है। ये एक प्रदेश है देश का, जहां पुलिस पीट भी रही है, पिट रही है।
नेता प्रतिपक्ष सिंघार बोले- प्रदेश में भुखमरी की स्थिति
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि प्रदेश के अंदर भुखमरी की स्थिति है। आम व्यक्ति को महंगाई की ओर धकेला गया है। प्रदेश में नर्सिंग घोटाला और परिवहन घोटाला हो चुका है। गर्मी आते ही नल जल घोटाले की भी स्थिति सामने आ गई है। किसी जिले में किसी कलेक्टर ने पेयजल को लेकर समीक्षा बैठक नहीं बुलाई।
कुपोषण में टॉप फाइव राज्यों में एमपी: सिंघार ने कहा कि सहकारिता में बजट के लिए 0.50 प्रतिशत ही प्रावधान किया है, जबकि सरकार सहकारिता को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करती है। देश के टॉप फाइव राज्यों में कुपोषण के मामले में मध्यप्रदेश का भी नाम है, लेकिन बजट में सिर्फ एक प्रतिशत राशि का प्रावधान किया गया है। 5 साल में उधारी 67% बढ़ गई है। इसका बजट में जिक्र नहीं किया गया है। सरकार को चाहिए कि स्टेट डेवलपमेंट सिक्योरिटी के लिए विचार करें।
कांग्रेस विधायक बोले- भाजपा सरकार की गड़बड़ी उजागर
कैग रिपोर्ट में सरकारी योजनाओं में गड़बड़ी के मामले में ग्वालियर पूर्व से कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार ने कहा- मप्र में भाजपा सरकार की गड़बड़ी उजागर हो रही है। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में भी बसों की जगह स्कूटरों-मोटरसाइकिलों के बिलों का भुगतान कर दिया गया। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, संबल योजना में भी भ्रष्टाचार उजागर हुआ है। पूरा प्रदेश भ्रष्टाचार का अड्?डा बन गया।
भार्गव ने कहा- पीएसी में जाएगी सीएजी की रिपोर्ट
सीएजी की रिपोर्ट पर पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा- कैग की रिपोर्ट अब लोक लेखा समिति में जाएगी। उसके बाद परीक्षण होगा। कोई भी रिपोर्ट जब आती है तो पीएसी में जाती है। उसके बाद परीक्षण में जाती है।
कांग्रेस विधायकों ने ईओडब्ल्यू के महानिदेशक से भेंट की
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने आज ईओडब्ल्यू महानिदेशक को ज्ञापन सौंपकर गोविन्द सिंह राजपूत मंत्री मप्र शासन के द्वारा लोकसेवक के पद पर रहते हुये भ्रष्टाचार कर अपने स्वयं एवं पत्नि तथा पुत्रों, रिश्तेदारो एवं अन्य लोगों के नाम से सैकडों एकड़ जमीन अवैध लेनदेन कर खरीदने एवं बेनामी अवैध संव्यवहार की जाँच किये जाने एवं सम्पत्ति अटैच करने की मांग की।