केन-बेतवा नदी जोड़ो राष्ट्रीय परियोजना से पूरे बुंदेलखंड क्षेत्र में खुलेंगे समृद्धि और खुशहाली के नये द्वार : प्रधानमंत्री मोदी

भोपाल : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि पिछले 1 वर्ष में मध्यप्रदेश में विकास कार्यों को नई गति मिली है। आज मध्यप्रदेश में हजारों करोड़ की विकास परियोजनाओं की शुरुआत हुई है। भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेई के सपने को साकार करती हुई देश की पहली नदी जोड़ी परियोजना केन-बेतवा का आज यहाँ शिलान्यास हुआ है। इसके साथ ही देश के पहले फ्लोटिंग सोलर पॉवर प्रोजेक्ट, ओंकारेश्वर का भी शिलान्यास हुआ है। इसके लिए मध्यप्रदेश के “कर्मठ मुख्यमंत्री” डॉ. मोहन यादव की सरकार और यहां की जनता को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन की शुरूआत बुंदेलखंडी बोली में करते हुए कहा, ‘वीरों की धरती ई बुंदेलखंड पे रहबे बारे सबई जनन खों हमाई तरफ से हाथ जोड़के राम-राम पौंचे’। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश के विकास में अटल जी का योगदान सदैव याद रखा जाएगा। वे सुशासन के प्रतीक थे। आज उनकी जन्म शताब्दी के अवसर पर उनकी स्मृति में मध्यप्रदेश में 1153 अटल ग्राम सेवा सदन का निर्माण प्रारंभ हो रहा है, जिसकी पहली किश्त भी जारी की गई है। सुशासन हमारी सरकार की पहचान है। हमारे लिए जनहित, जनकल्याण और विकास सर्वोपरि है। हम जन सामान्य के लिए समर्पित हैं। आजादी के दीवानों ने देश के लिए अपना लहू बहाया था, हम उनके सपनों को पूरा करने के लिए पसीना बहाते हैं। अच्छी योजनाओं के साथ ही उन्हें लागू करना और उनका लाभ 100% लाभार्थी तक पहुंचाना सुशासन का पैमाना है।

बुंदेलखंड क्षेत्र की समृद्धि और खुशहाली के द्वार खुलेंगे

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि केन-बेतवा लिंक परियोजना से बुंदेलखंड क्षेत्र की समृद्धि और खुशहाली के द्वार खुलेंगे। बुंदेलखंड क्षेत्र में बूंद-बूंद पानी के लिए संघर्ष किया है, परंतु पूर्ववर्ती सरकारों ने जल संकट का कोई स्थाई समाधान नहीं निकाला। आजादी के सात दशक बाद भी राज्यों के बीच नदियों के जल के लेकर विवाद चलते रहे, परंतु उन्हें दूर करने का कोई ठोस प्रयास नहीं किया गया। जब अटल जी की सरकार बनी तो उन्होंने नदी जोड़ो के रूप में इसका स्थाई हल निकाला और उसका कार्य भी शुरू कर दिया गया, परन्तु 2004 के बाद वह बंद कर दिया गया। आज अटल जी का नदी जोड़ने का सपना मध्यप्रदेश की भूमि पर साकार होने जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने जल शक्ति और जल संसाधन के विकास के लिए लिए बाबा साहेब अंबेडकर के विजन और किए गए प्रयासों की सराहना भी की।

मां नर्मदा के आशीर्वाद से गुजरात का भाग्य बदला

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जल समस्या 21वीं सदी की सबसे बड़ी चुनौतियों में एक है। वही देश आगे बढ़ेगा जिसके पास पर्याप्त जल और उसका उचित प्रबंध होगा। गुजरात में सूखा पड़ता था परंतु मां नर्मदा के आशीर्वाद से गुजरात का भाग्य बदल गया। मध्यप्रदेश ने सूखाग्रस्त गुजरात को जलयुक्त बनाया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैंने बुंदेलखंड की बहनों और किसानों से जो वादा किया था, आज मैं 45 हजार करोड़ रूपये की सिंचाई परियोजना के साथ उसे पूरा करने आया हूं। आज यहां दौधन बांध का शिलान्यास हुआ है। इससे जो नहर निकलेगी वो लगभग 11 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई करेगी।

जल सुरक्षा और जल संरक्षण के रूप में याद किया जाएगा यह दशक

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश में यह दशक जल सुरक्षा और जल संरक्षण के दशक के रूप में याद किया जाएगा। देश में पिछले सात दशक में सिर्फ 3 करोड़ परिवारों के पास नल से जल पहुंचता था। हमारी सरकार ने पिछले 5 वर्षों में 12 करोड नए परिवारों तक नल से जल पहुंचाया है। जल जीवन मिशन के अंतर्गत पीने के पानी की गुणवत्ता की जांच के लिए देशभर में 2100 वॉटर क्वालिटी लैब बनाए गए हैं और 25 लाख महिलाओं को शिक्षित किया गया है। शुद्ध पेयजल बीमारी से बचाव भी करता है।

अधूरी सिंचाई परियोजनाओं को कराया पूरा

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वर्ष 2014 से पहले देश में 100 बड़ी सिंचाई परियोजनाएं अधूरी पड़ी थी, हमारी सरकार ने हजारों करोड़ रुपए खर्च करके उन्हें पूरा करवाया है। देश में आधुनिक तरीके से एक करोड़ हैक्टेयर भूमि में माइक्रो इरिगेशन किया जा रहा है। मध्यप्रदेश में पिछले 10 साल में 5 लाख हैक्टेयर भूमि में माइक्रो इरिगेशन हो रहा है। आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर देश के हर जिले में 75-75 अमृत सरोवर बनाए जा रहे हैं। “कैच द रेन” अभियान के अंतर्गत 3 लाख से अधिक रिचार्ज वेल बनाए गए हैं। मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों में जहाँ-जहाँ भूजल स्तर कम था, वहाँ अटल भूजल योजना चलाई गई है।

मध्यप्रदेश दुनिया के 10 सबसे बड़े आकर्षक टूरिस्ट डेस्टिनेशन में शामिल

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारा मध्यप्रदेश पर्यटन में अव्वल है। एक अमेरिकी अखबार की रिपोर्ट के अनुसार मध्यप्रदेश दुनिया के 10 सबसे बड़े आकर्षक टूरिस्ट डेस्टिनेशन में शामिल है। हमारी सरकार देश-विदेश की पर्यटकों को सुविधाएं बढ़ा रही है। विदेशों के लिए ई-वीजा सुविधा प्रारंभ की गई है। G-20 की खजुराहो में हुई बैठक में एमपी टूरिज्म का प्रचार-प्रसार किया गया। देश में हेरिटेज और वाइल्डलाइफ टूरिज्म का विस्तार किया जा रहा है। इसकी मध्यप्रदेश में अभूतपूर्व संभावना है। केंद्र की स्वदेश दर्शन योजना के अंतर्गत ईको टूरिज्म और हेरिटेज टूरिज्म का विस्तार किया जा रहा है। गांधी सागर, बाणसागर, इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, सांची, खजुराहो, ग्वालियर ओरछा, चंदेरी, मांडू आदि पर्यटन की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। केन-बेतवा योजना की लिंक नहर के माध्यम से पन्ना टाइगर रिजर्व में पर्यटन बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे।

भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनने जा रहा है। आज दुनिया भारत को जानना चाहती है। पिछले दो दशकों में मध्यप्रदेश ने कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। आने वाले सालों में मध्यप्रदेश देश की टॉप इकोनॉमी में से एक होगा। प्रदेश में तीव्र गति से निरंतर हो रहे विकास कार्यों के फलस्वरुप विकसित बुंदेलखंड, विकसित मध्यप्रदेश और विकसित भारत बनेगा। हमारी डबल इंजन सरकार निरंतर ईमानदारी से कार्य कर रही है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सुशासन का अर्थ है जनता को अपने अधिकारों के लिए हाथ न फैलाना पड़े और सरकारी दफ्तरों के चक्कर न काटने पड़ें। सुशासन के लिए हमने तकनीकी का भी पूरा उपयोग किया, जिससे फर्जीवाड़ा बंद हुआ है। गरीबों के जन-धन बैंक खाते खुलवाए गए और उन्हें आधार और मोबाइल से जोड़ा गया। अब उनके खाते में किसान सम्मान निधि, लाडली बहना आदि योजनाओं की राशि सीधे ही पहुंच रही है। गरीबों को बिना परेशानी के मुफ्त राशन उपलब्ध कराने के लिए “एक देश-एक राशन कार्ड” योजना चल रही है। हम सुशासन की वर्तमान चुनौतियों को दूर करते हुए भविष्य की चुनौतियों पर भी कार्य कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी की पहल से चंबल-मालवा और बुंदेलखण्ड में होगी पर्याप्त पेयजल और सिंचाई की व्यवस्था : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मध्यप्रदेश के संदर्भ में आधुनिक युग के भगीरथ हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार राजा भगीरथ के प्रयासों से अवतरित हुई गंगा जी ने सभी को नया जीवन प्रदान किया था, उसी प्रकार प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में नए युग का सूत्रपात किया है। सकारात्मक सोच और प्रयासों से 10-12 साल में किस प्रकार परिस्थितियों में सुधार होता है, प्रधानमंत्री मोदी का कार्यकाल इसका श्रेष्ठ उदाहरण है और हम सब इसके प्रत्यक्षदर्शी हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सभी प्रकार से संपन्न वीरों की भूमि बुंदेलखंड, सूखे से सदैव प्रभावित रहा। पिछली सरकारों ने बुंदेलखंड के विकास को प्राथमिकता नहीं दी। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने क्षेत्र को सूखा मुक्त करने और जल की पर्याप्त व्यवस्था करने का सपना देखा था। प्रधानमंत्री मोदी ने इस सपने को धरातल पर उतारने की पहल की। केन बेतवा लिंक परियोजना के शुभारंभ के साथ ही कुछ दिन पहले 35 हजार करोड़ रूपए लागत की पार्वती-काली सिंध-चंबल लिंक परियोजना का शुभारंभ ऐतिहासिक था। इन परियोजनाओं से चंबल, मालवा और संपूर्ण बुंदेलखंड क्षेत्र को पीने का पानी एवं सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी और उद्योग-धंधों को पानी मिलेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की बुंदेलखंड क्षेत्र में पूर्व में तीन यात्राएं हुईं। इन यात्राओं में उन्होंने बुंदेलखंड के कष्ट को समझा और आज क्षेत्र के लोगों को होली-दिवाली मनाने जैसी सौगातें प्रदान की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सौगात के लिए प्रदेशवासियों की ओर से प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त किया।

ओंकारेश्वर सोलर परियोजना का लोकार्पण प्रधानमंत्री मोदी की नवाचारी पहल का परिणाम

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में प्रदेश में सुशासन के सभी प्रबंध किये जा रहे है। गरीब, युवा, किसान सहित सभी वर्गों की चिंता करने के साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने लोकतंत्र को भी पुष्पित-पल्लवित किया है। इसलिये गरीब किसान परिवार के व्यक्ति का मुख्यमंत्री बनना संभव हुआ। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा सरकार-समाज-व्यवस्था सभी का समान रूप से ध्यान रखते हुए प्रस्तुत आदर्श के लिए उनका अभिनंदन है। ऐसे विजन से ही लोगों के जीवन की दिशा बदलती है। मध्यप्रदेश के लिए 8 दिन में दो बड़ी नदी परियोजनाएं स्वीकृत कर प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यों को संदेश दिया है कि हमारी प्राकृतिक संपदाएं राज्यों की परस्पर बेहतरी के लिए होना चाहिए, मात्र संकीर्ण स्वार्थों के लिए नहीं। प्रधानमंत्री मोदी की नवाचारी पहल के परिणाम स्वरुप ही देश की पहली ओंकारेश्वर सोलर परियोजना का लोकार्पण हो रहा है। इससे सौर ऊर्जा से पर्याप्त विद्युत आपूर्ति का मार्ग प्रशस्त हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने पर प्रधानमंत्री मोदी के मध्यप्रदेश आगमन से प्रदेशवासियों में गर्व और आनंद का संचार हुआ है।

जनकल्याण पर्व में प्रतिदिन प्रदेश को मिली सौगातें

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार के 1 वर्ष की पूर्णता पर आरंभ जनकल्याण पर्व पूरा हो रहा है। इस पूर्व के दौरान 11 दिसंबर (गीता जयंती) से अब तक प्रतिदिन प्रदेश को सौगातें प्रदान की गई। प्रधानमंत्री मोदी ने 35 हजार करोड़ रूपये लागत की पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना की सौगात और 44 हजार करोड़ रूपये से अधिक लागत की केन-बेतवा लिंक परियोजना का भूमि-पूजन प्रदेश के लिए बहुत बड़ी और महत्वपूर्ण सौगात है। जनकल्याण पर्व के समापन अवसर पर नदी जोड़ो परियोजनाओं की लगभग 75 हजार करोड़ रूपये की सौगातों के साथ 30 हजार करोड़ से अधिक लागत के भूमि-पूजन और लोकार्पण आज हुए हैं, इस प्रकार 1 लाख 10 हजार करोड़ से अधिक के कार्य प्रदेश में आज आकार ले रहे हैं।

जनकल्याण अभियान में घर-घर जाकर जरूरतमंदों को जोड़ा जा रहा है योजनाओं से

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का मानना है कि हमारी सरकार जनता के प्रति जवाबदेह होना चाहिए और जनता को उनका हक मिलना चाहिए। इसीलिए प्रदेश में जनकल्याण पर्व के साथ-साथ 11 दिसंबर से 26 जनवरी तक ग्राम और वार्ड स्तर तक मुख्यमंत्री जनकल्याण अभियान चलाया जा रहा है। अभियान में पात्र हितग्राहियों का सर्वे कराकर शिविरों के माध्यम से गरीब हितैषी 76 और 53 व्यक्तिगत योजनाओं का लाभ दिलाया जा रहा है। अब तक 7 हजार से अधिक शिविर आयोजित हुए हैं, जिनमें साढ़े 5 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए, इनमें से 3 लाख आवेदनों का निराकरण किया जा चुका है। जनता के हित की बात जनता के घर जाकर करने के उद्देश्य से संचालित अभियान में शासकीय अमला जरूरतमंद लोगों के घर-घर जाकर उन्हें योजनाओं का लाभ उपलब्ध करा रहा है।

औद्योगिक गतिविधियों के लिए प्रदेश को प्राप्त हुए हैं 4 लाख करोड़ के प्रस्ताव

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने वर्ष 2025 को उद्योग वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। प्रदेश में छह रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव संपन्न हुई हैं, जिसमें 2 लाख 7 हजार करोड़ रूपये और मुंबई, बेंगलुरु, कोयंबटूर और कोलकाता में किए गए रोड शो से 1 लाख करोड़ से अधिक के निवेश और भोपाल में आयोजित खनन कॉन्क्लेव के माध्यम से 20 हजार करोड़ रूपये के प्रस्ताव प्राप्त हुए। यूके और जर्मनी टूर से 78 हजार करोड़ के प्रस्ताव भी प्राप्त हुए हैं। इस प्रकार औद्योगिक गतिविधियों के लिए संयुक्त रूप से 4 लाख करोड़ रूपये के प्रस्ताव प्रदेश को प्राप्त हुए हैं, इससे प्रदेश के स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

आगामी 5 वर्षों में ढाई लाख पदों की करेंगे पूर्ति

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ग्वालियर के निवासी थे। उनकी 100वीं जयंती पर प्रधानमंत्री मोदी का मध्यप्रदेश आगमन ऐतिहासिक है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने राज्य सरकार द्वारा पिछले 1 वर्ष में आरंभ किए गए नवाचारों की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में गुरुकुल परंपरा आरंभ की गई है। शासकीय पदों पर एक लाख से अधिक की भर्ती और 5 साल में ढाई लाख से अधिक पदों की पूर्ति की जाएगी। नई शिक्षा नीति लागू करने के साथ ही 55 जिलों में पीएमएक्सीलेंस कॉलेज स्थापित किये जा रहे हैं। छात्र-छात्राओं की उपाधि व अंक सूची डिजिलॉकर के माध्यम से उपलब्ध करने का निर्णय लिया गया है।

अटल जी के सपने को साकार कर रहें है प्रधानमंत्री मोदी : केंद्रीय मंत्री पाटिल

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के नदी जोड़ो अभियान का सपना आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा पूरा होने जा रहा है। वे ये भलीभाँति जानते है कि जिन क्षेत्रों में पानी की क़िल्लत रहती है ऐसे स्थानों पर नदी जोड़ो परियोजना एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना की भी शुरुआत हुई है, जिसका लाभ प्रदेश और पड़ौसी राज्य राजस्थान को मिलेगा। कई दशकों से अधूरी पड़ी परियोजनाओं को पूरा करने का काम भी अब किया जा रहा है। इस कड़ी में नमामि गंगे कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। केंद्रीय मंत्री पाटिल ने कहा कि तीसरा विश्व युद्ध पानी के लिए होगा लेकिन मुझे भरोसा है कि प्रधानमंत्री मोदी की दूरदर्शिता एवं नेतृत्व से भारत इसका हिस्सा नहीं बनेगा।

बुंदेलखंड सहित मध्यप्रदेश के लिए आज का दिन ऐतिहासिक : सांसद शर्मा

खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि बुंदेलखंड सहित मध्यप्रदेश के लिए आज ऐतिहासिक दिन है। बुंदेलखंड की धरा पर प्रधानमंत्री मोदी पूर्व प्रधानमंत्री स्व. वाजपेयी के नदी जोड़ने के सपने को पूरा करने खजुराहो आये हैं। समूचे बुन्देलखण्ड की ओर से प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत है। केन-बेतवा लिंक परियोजना की शुरुआत होने से अब यह क्षेत्र सूखा नहीं बल्कि हरा-भरा और समृद्धशाली होगा। यहाँ की दशा और दिशा में बदलाव देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों को धरातल पर उतारने के लिए प्रधानमंत्री मोदी प्रतिबद्ध हैं। प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर क्रियान्वित हो रही केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना से बुंदेलखंड का क्षेत्र अब गरीबी और सूखे से मुक्त होकर समृद्धशाली क्षेत्र के रूप में आकार लेगा।

कार्यक्रम में राज्यपाल मगुभाई पटेल, केन्द्रीय ग्रामीण विकास तथा कृषि तथा किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिेंह चौहान, केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री वीरेन्द्र खटीक, मध्यप्रदेश के उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा एवं राजेन्द्र शुक्ल, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद मंडला फग्गन सिंह कुलस्ते सहित जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में जनसमुदाय उपस्थित रहा।

कार्यक्रम की मुख्य झलकियां

    प्रधानमंत्री मोदी खुली जीप में कार्यक्रम स्थल पर आए। बड़ी संख्या में उपस्थित जनसमुदाय का उन्होंने दोनों हाथ हिलाकर अभिवादन किया। जनता में अभूतपूर्व उत्साह था।

    प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल जी को पुष्पांजलि अर्पित की।

    प्रधानमंत्री मोदी ने केन और बेतवा के पवित्र जल को नेशनल प्रोजेक्ट के मॉडल में प्रतीकात्मक रूप से प्रवाहित कर परियोजना का सांकेतिक शिलान्यास किया।

    प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में बनी सरकार के एक साल पूरा होने पर मुख्यमंत्री सहित सभी को बधाई दी।

    प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम स्थल पर लगाई गई शासन की विभिन्न योजनाओं, एवं परियोजनाओं पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

    प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम स्थल पर प्रदर्शित केन-बेतवा लिंक परियोजना के 3डी मॉडल का अवलोकन भी किया।

    प्रधानमंत्री मोदी का बुंदेलखंड के लोकनृत्य कलाकारों द्वारा बधाई नृत्य के साथ स्वागत किया।

    कार्यक्रम में स्व. अटल जी के जीवन एवं कार्यों पर केन्द्रित लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।

    प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज पूरे विश्व में क्रिसमस की धूम है। मैं ईसाई समुदाय को ढेर सारी बधाई देता हूं।

    मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कार्यक्रम में पधारे साधु-संतों का पुष्प-वर्षा कर अभिनंदन किया।

    कार्यक्रम में स्थानीय महिलाओं द्वारा कलश यात्रा निकाली गई।

    प्रधानमंत्री मोदी को राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री द्वारा स्मृति चिन्ह के रूप में भगवान श्रीराम की बाल्यवस्था की टेराकोटा से बनी मूर्ति एवं खजुराहो के कंदरिया महादेव मंदिर का शिल्प भेंट किया। सांसद वी.डी. शर्मा ने अटल जी की मूर्ति भेंट की।

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