शुद्धता की कसौटी पर खरा काशी विश्वनाथ का प्रसादम

वाराणसी । तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मिलावट की बात सामने आने के बाद देश के  बड़े -बड़े मंदिर जो अपार जन भावनाओं से जुड़े हैं , अपने -अपने प्रसाद की गुड़वत्ता की जाँच परख कर रहे हैं। इसी क्रम में वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ धाम में मिलने वाले प्रसादम की गुड़वत्ता की जाँच परख की गयी ।  काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन नें  प्रसाद निर्मित होने वाले कारखाने में जाकर    सभी तत्वों का भौतिक सत्यापन किया । मंदिर प्रशासन के  डिप्टी कलेक्टर शंभू शरण नें  निरीक्षण के  बाद सभी  कर्मचारियों, महिलाओं और अन्य  सभी कर्मचारियों को साफ – सफाई पर विशेष ध्यान देने का  निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि काशी विश्वनाथ धाम के प्रसाद  में देश- विदेश में रहने वाले हिन्दुओं की आस्था है। इसमे लापरवाही  होने पर पूरे मंदिर की व्यवस्था और आस्था   दोनों पर  सवाल खड़ा होगा।
विगत दिनों वाराणसी पधारे भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी चिंता व्यक्त किया था और  कहा कि तिरुपति मंदिर के प्रसादम का मामला काफ़ी चिंतजानक है। प्रसाद से छेड़छाड़   एक महापाप है, क्योंकि यह करोड़ों  हिंदू धर्म के  लोगों की श्रद्धा एवं आस्था से जुड़ा हुआ विषय है। तिरुपति बाला ज़ी मंदिर की घटना से तमाम शंकाये उत्पन्न होती है। उन्होंने कहा कि मैं काशी विश्व नाथ धाम नहीं जा पाया, लेकिन कुछ लोगों नें वहाँ का प्रसाद मुझे दिया, तब ये सब शंकाये मन में उत्पन्न हुईं।
काशी विश्वनाथ मंदिर के डिप्टी कलेक्टर नें प्रसाद  निर्माण की  सामग्री जाँच के पश्चात् कहा  कि  मंदिर प्रशासन श्रद्धालुओं के आस्था का ख्याल रखता  है। यहां का प्रसाद शुद्धता की कसौटी पर खरा है।

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