नये साल में शनिदेव, राहु-केतु समेत इन बड़े ग्रहों का राशि परिवर्तन, जीवन में आएंगे कई उतार-चढ़ाव
नया साल शुरु होने में अब कुछ ही दिन बाकी हैं. ज्योतिषियों के अनुसार साल 2025 ग्रह गोचर की दृष्टि से बेहद खास रहने वाला है, क्योंकि इस साल कई बड़े ग्रहों का राशि परिवर्तन होगा. जिसका असर सभी राशियों पर पड़ेगा। कुछ राशियों पर इसका शुभ परिणाम देखने को मिलेगा तो वहीं कुछ राशि के जातकों के जीवन में उतार-चढ़ाव जैसी स्थितियां भी बन सकती हैं.
नए साल 2025 में जिन बड़े ग्रहों का राशि परिवर्तन होागा उनमें भौतिक सुख-सुविधा के कारक ग्रह शुक्र, ग्रहों के न्यायाधीश शनि, देवगुरु बृहस्पति व मायावी ग्रह राहु व केतु का भी राशि परिवर्तन होने वाला है. इन तीन ग्रहों के राशि परिवर्तन से कई राशि के जातकों को विशेष लाभ मिलेगा. तो आइए जानते हैं कि कौन-कौन से ग्रह कब-कब बदलेंगे अपनी राशि.
शुक्र ग्रह गोचर
भौतिक सुख-सुविधा व सुखों के कारक ग्रह शुक्र देव का राशि परिवर्तन 28 जनवरी 2025 को होगा. इस तारीख में शुक्र देव कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेंगे और 30 मई तक इसी राशि में गोचर करेंगे. इसके बाद मीन राशि से निकलकर शुक्रदेव का मेष राशि में गोचर होगा. ज्योतिष के अनुसार शुक्रदेव का राशि परिवर्तन कई राशि के जातकों के लिए लाभकारी रहेगा.
शनि गोचर 2025
कर्मफलदाता शनिदेव 29 मार्च को कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में गोचर करेंगे. इस राशि में शनिदेव 3 जून, 2027 तक रहेंगे. शनिदेव के इस राशि परिवर्तन से मकर राशि में चल रही साढ़ेसाती समाप्त होगी व मकर राशि वालों को साढ़ेसाती से मुक्ति मिलेगी. इसके साथ ही कर्क राशि व वृश्चिक राशि के जातकों को भी शनि की ढैय्या से मुक्ति मिलेगी.
गुरु गोचर 2025
देवगुरु बृहस्पति का गोचर 14 मई को मिथुन राशि में होगा. गुरु ग्रह वृषभ 14 मई 2025 को वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में गोचर करेंगे और 17 अक्टूबर तक इसी राशि में विराजमान रहेंगे. इसके बाद बृहस्पतिदेव का मिथुन राशि से कर्क राशि में गोचर होगा और फिर 5 दिसंबर को पुनः वक्री चाल चरकर देवगुरु मिथुन राशि में गोचर करेंगे. इस साल गुरुदेव का इस तरह गोचर करने से कई राशि के जातकों को भरपूर लाभ मिलने वाला है.
राहु-केतु गोचर 2025
ज्योतिषशास्त्र में राहु-केतु को मायावी ग्रह कहा जाता है. राहु और केतु दोनों एक साथ राशि परिवर्तन करते हैं. इसी कड़ी में बता दें कि नये साल 2025 में राहु-केतु का भी राशि परिवर्तन होगा. 18 मई को राहु मीन राशि से निकलकर कुंभ राशि में गोचर करेंगे और केतु कन्या राशि से निकलकर सिंह राशि में प्रवेश करेंगे. राहु-केतु के राशि परिवर्तन से कई राशि के जातकों पर प्रभाव पड़ेगा.