हैदराबाद में एक 14 साल की लड़की से जुड़ा एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। दरअसल मासूम लड़की कई सालों से अपने पिता का दुष्कर्म झेल रही थी। जब उसने अपनी मां को दुर्व्यवहार के बारे में बताया, तो उसे डांटा गया। तभी उसके पड़ोसी चाचा और चाची उसका समर्थन करने के लिए आगे आए। सितंबर 2023 में भी, जब उसके पिता ने उसके साथ दोबारा दुष्कर्म किया, तो नाबालिग लड़की मदद के लिए अपने चाचा के पास पहुंची।
जब मां घर लौटी और उसे घटना की जानकारी हुई तो उसने इसकी सूचना पुलिस को दी।हालांकि, मुकदमे के दौरान, मां ने अपनी बेटी को ही गलत ठहरा दिया और यहां तक दावा किया कि आरोप मनगढ़ंत थे। मां ने कहा, लड़की चाहती थी कि उसके चाचा-चाची उसे गोद ले लें इसलिए उसने यह कहानी बनाई है।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “हालांकि मां की लिखित शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया था, लेकिन बाद में उन्होंने इसे दर्ज करने से इनकार कर दिया और दावा किया कि पुलिस ने उनसे कभी पूछताछ नहीं की।” गहन जिरह के बावजूद, पड़ोसियों ने लड़की के बयानों की पुष्टि की। नतीजतन, नामपल्ली में बारहवीं अतिरिक्त सत्र अदालत ने 38 साल के पिता को आजीवन कारावास की सजा सुनाई, और लड़की को 5 लाख रुपये का मुआवजा दिया।
लड़की की मां ने दिया ऐसा बयान
घटना की रात, लड़की अपने पिता के पास से भाग गई और अपने पड़ोसी चाचा को इसकी सूचना दी, जिन्होंने आरोपी को चेतावनी दी। शुरुआत में, पीड़िता की मां ने गवाही दी कि पड़ोसी महिला लड़की को गोद लेना चाहती थी। बाद में, जिरह के दौरान, उसने आरोप लगाया कि पड़ोसी केवल चाहता था कि लड़की बेहतर भोजन और कपड़ों के बदले में घरेलू काम करे। पुलिस अधिकारी ने अदालत की टिप्पणियों का हवाला देते हुए कहा, “जांच के दौरान नाबालिग लड़की की मां के बयान सीधे तौर पर उसकी शुरुआती गवाही का खंडन करते हैं।”