भव्य और दिव्य महाकुंभ आज से

प्रयागराज की धरा पर सनातन का उत्सव, संतों का समागम, अध्यात्म और आस्था की डुबकी
इस पावन अवसर पर देश-दुनिया से आए करोड़ों श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाएंगे

प्रयागराज। भारतीय संस्कृति, अध्यात्म और आस्था का प्रतीक महाकुंभ सोमवार से प्रयागराज में शुरू होगा। हर 12 वर्ष में आयोजित होने वाला यह मेला न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि भारत की पौराणिक परम्पराओं और आध्यात्मिक विरासत का उत्सव है। प्रयागराज, जहां तीन नदियों- गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का संगम होता है, इस दिव्य आयोजन का केंद्र होता है।  महाकुंभ के लिए पूरी तरह तैयार है। देश के कोने-कोने से साधु-संतों का यहां पर पहुंचना जारी है। महाकुंभ को लेकर सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। अब बस चंद घंटे बाद सुर्योदय के साथ ही आस्था, परंपरा और संस्कृति के संगम का पर्व शुरु हो जाएगा।
संगम नगरी प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन 13 जनवरी से शुरू होकर, 26 फरवरी चलेगा। श्रद्धालुओं के साथ-साथ कुंभ में लाखों की संख्या में साधु-संत पहुंचते हैं और उनके लिए भी खास तैयारी की जाती है। इस पावन अवसर पर देश-दुनिया से आए करोड़ों श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाएंगे। कुंभ मेले में बाबाओं के अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं। कोई पेशवाई में अपने अनूठे करतब से अभिभूत कर रहा है तो कोई अपने अनूठे संकल्पों और प्रणों के कारण चर्चा में है।

26 फरवरी तक चलेगा महाकुंभ
इस साल महाकुंभ के पहले दिन सिद्धि योग का शुभ संयोग बन रहा है। महाकुंभ हिंदू धर्म का सबसे बड़ा उत्सव मेला होता है। जिसमें दुनिया से लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं। महाकुंभ मेले का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होगा। लल्लूराम डॉट कॉम के महाकुंभ महाकवरेज में हम आपको प्रमुख तिथियों के बारे में बता रहे हैं। तो आइए जानते हैं क्या हैं शाही स्नान और अन्य महत्वपूर्ण तिथियां। महाकुंभ 2025 में पहला शाही स्नान पौष शुक्ल पूर्णिमा यानी सोमवार को होगा। स्नान का शुभ मुहूर्त सुबह 5:03 बजे से शुरू होकर 14 जनवरी को रात 3:56 बजे तक रहेगा। इस दिन विशेष स्नान से पापों का नाश और पुण्य की प्राप्ति मानी जाती है।

महाकुंभ 2025 की प्रमुख तिथियां
13 जनवरी 2025- पौष पूर्णिमा
14 जनवरी 2025- मकर संक्रांति
29 जनवरी 2025 – मौनी अमावस्या
3 फरवरी 2025- वसंत पंचमी
4 फरवरी 2025- अचला नवमी
12 फरवरी 2025- माघी पूर्णिमा
26 फरवरी 2025- महाशिवरात्रि

12 हजार सन्यासी बनेंगे नागा साधु
प्रथम स्नान में महाकुंभ में तीन दिन के कठोर तप के बाद अलग-अलग अखाड़ों से 12 हजार नए सन्यासी नागा साधु बनेंगे। इसके लिए जूना, निरंजनी और महानिर्वाणी अखाड़ों ने तैयारी शुरू कर दी है। उक्त कार्यक्रम में सन्यासियों की धर्म ध्वजा के नीचे चोटी काटी जाएगी और फिर शाही स्नान शुरू होगा।

40 करोड़ से अधिक तीर्थयात्रियों के आने का अनुमान
यूपी सरकार ने दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक समागम के लिए ‘महाकुंम्भ क्षेत्र’ को 76वां अस्थायी जिला बनाया है। 40 वर्ग किमी में फैले मेला क्षेत्र में 40 करोड़ से अधिक तीर्थयात्रियों के आने का अनुमान है। केंद्र और यूपी सरकार ने इसके लिए 6,382 करोड़ रु. का बजट रखा है। इलाहाबाद का नाम प्रयागराज होने के बाद पहले कुम्भ में जिले के बाहरी हिस्से से संगम तक सात लेयर की सुरक्षा व्यवस्था है। मेले में 56 थाने, 60 फायर स्टेशन और तीन महिला थाने बनाए गए हैं। 37 हजार पुलिसकर्मी, 14 हजार होमगार्ड सहित 50 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। एनएसजी सहित केंद्रीय एजेंसियां भी तैनात हैं। 2700 सीसीटीवी कैमरा और 340 एआई से लैस कैमरे 24 घंटे मेले की निगरानी करेंगे।

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