मध्य प्रदेश की बॉर्डर चेक पोस्ट पर अभी भी हो रही है धड़ल्ले से वसूली

2 परिवहन सब इंस्पेक्टर ग्वालियर अटैच 

भोपाल । मध्य प्रदेश में इन दोनों परिवहन विभाग लगातार चर्चाओं में बना हुआ है। मुख्यमंत्री के आदेश पर चेक पोस्ट बंद कर दी गई थी। लेकिन चेक पोस्ट पर अभी भी करोड़ों रुपए प्रतिदिन की अवैध वसूली हो रही है। 1 माह पहले परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा और उसके रिश्तेदारों के पास से करोड़ों रुपए का सोना, नगदी और संपत्ति जप्त हुई है। सौरभ शर्मा एक माह से फरार है। जो डायरी सौरभ शर्मा के यहां से जप्त हुई है। उसमें कई राजनेताओं और बड़े-बड़े अधिकारियों के नाम लिखे हुए हैं। तीन जांच एजेंसियां लगातार जांच कर रही हैं। इसके बाद भी चेक पोस्ट मे अवैध वसूली का काम निर्वाध रूप से चल रहा है। इसको लेकर राजनीतिक और प्रशासनिक हल्के मे तरह-तरह की चर्चा हो रही है। 
 रीवा के हनुमान चेकपोस्ट से अवैध वसूली की शिकायत प्राप्त हुई थी। परिवहन आयुक्त विवेक शर्मा ने ट्रक ड्राइवर की शिकायत के बाद परिवहन विभाग के दो सब इंस्पेक्टर का तबादला ग्वालियर मुख्यालय कर दिया गया है। 
 ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने यह शिकायत मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के पास की थी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर इस शिकायत की जांच करने के पश्चात रवि मिश्रा और कुलदीप भार्गव को हनुमना चेक पोस्ट से हटाकर ग्वालियर मुख्यालय में अटैच करने के आदेश जारी हुए हैं। 
 17 जनवरी की रात एक ट्रक ड्राइवर के साथ मारपीट करके जबरदस्ती वसूली करने के आरोप में यह कार्रवाई की गई है। चेक पोस्ट पर बाहरी लोगों द्वारा ड्राइवर के साथ मारपीट कर वसूली की गई थी। इसमें चेक पोस्ट पर तैनात सब इंस्पेक्टर्स ने कोई कार्रवाई नहीं की। मुख्यमंत्री के पास शिकायत होने के बाद इसकी जांच का जिम्मा डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर किरण शर्मा को सोंपा गया है। चेक पोस्ट पर ड्राइवर के साथ वसूली के लिए बुरी तरह से मारपीट की गई थी। ड्राइवर को धमकाया गया था। वह मारपीट की रिपोर्ट नहीं करे। इस घटना के बाद ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने इसे गंभीरता के साथ लिया। मुख्यमंत्री को सीधे शिकायत की। इससे स्पष्ट है अभी भी चेक पोस्टों पर अवैध रूप से वसूली की जा रही है। चेक पोस्ट पर तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों को किसी बात का भय नहीं है। एक संगठित गिरोह के रूप में परिवहन विभाग के अधिकारियों की मिली भगत से असामाजिक तत्वों का सहारा लेकर अवैध वसूली अभी भी की जा रही है। 

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