नई दिल्ली।हरियाणा और जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल सामने आ चुके हैं. हरियाणा में ज्यादातर एग्जिट पोल में कांग्रेस की सरकार बनती दिख रही है. जबकि जम्मू कश्मीर में हंग असेंबली की स्थिति बनती दिख रही है.
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया शनिवार को समाप्त हो गई। इसके बाद आई बारी सभी टीवी चैनल और एजेंसियों के एग्जिट पोल्स की बारी। सभी एग्जिट पोल में एक ही सामान बात नजर आई और वो है कांग्रेस की प्रदेश में 10 साल बाद वापसी, वो भी बंपर वापसी। भाजपा की करारी हार के संकेत मिल रहे हैं। जबकि आम आदमी पार्टी जीरो सीट पर सिमट सकती है।
पोल ऑफ पोल्स के अनुसार हरियाणा में बीजेपी को 25 सीटें, कांग्रेस गठबंधन को 55 सीटें, जेजेपी गठबंधन को एक सीट, आईएएलडी गठबंधन को 3 सीटें और अन्य को 6 सीटें मिल सकती है. अगर ऐसा होता है राज्य में कांग्रेस की सरकार बन सकती है.
पोल ऑफ पोल्स में जम्मू कश्मीर की बात करें तो यहां भी नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन को फायदा होता दिख रहा है. जम्मू कश्मीर की 90 सीटों पर बीजेपी को 26 सीटें, कांग्रेस और एनसी गठबंधन को 43 सीटें, पीडीपी को 8 सीटें और अन्य को 13 सीटें मिल सकती है।
भास्कर पोल के अनुसार हरियाणा में कांग्रेस को 44 से 54 सीटें मिल सकती हैं। जाटलैंड और बांगर बेल्ट में कांग्रेस मजबूत दिख रही है। सीटों की संख्या के लिहाज से राज्य के 2 सबसे बड़े इलाकों बांगर बेल्ट और जीटी रोड एरिया में भी पार्टी 2019 के मुकाबले अच्छा प्रदर्शन कर सकती है।BJP को 19 से 29 सीटें मिल सकती हैं। पार्टी को सबसे ज्यादा सीटें जीटी रोड बेल्ट और साउथ हरियाणा से मिल सकती हैं। जाटलैंड वाले बांगर और देसवाल बेल्ट में BJP पिछड़ती नजर आ रही है।हरियाणा में तीसरे नंबर पर इनेलो-बसपा गठबंधन रह सकता है। इसे 1 से 5 सीटें मिल सकती हैं।निर्दलीय कैंडिडेट 4 से 9 सीटों पर जीत सकते हैं। पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला की पार्टी जजपा और आम आदमी पार्टी मुकाबले में नहीं हैं। इन्हें 1 से 2 सीटें मिल सकती हैं।
जम्मू-कश्मीर में NC-कांग्रेस को 35-40 सीटें, BJP को 20-25:बहुमत किसी को नहीं
नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस का गठबंधन सरकार बनाने के सबसे करीब है। इसे 35 से 40 सीटें मिल सकती हैं। इतनी सीटें सरकार बनाने के लिए नाकाफी हैं, इसलिए PDP या निर्दलियों की जरूरत पड़ेगी। ये गठबंधन कश्मीर की 47 सीटों में से ज्यादातर पर मजबूत दिख रहा है। 2014 में दोनों पार्टियों ने 27 सीटें जीती थीं। इस लिहाज से अलायंस को 10 से ज्यादा सीटों का फायदा हो सकता है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 51 और कांग्रेस ने 32 सीटों पर चुनाव लड़ा है। 5 सीटों पर दोनों ने अलग-अलग कैंडिडेट उतारे हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस 28 से 32 और कांग्रेस 7 से 12 सीटों पर जीत सकती है। CPI (M) और पैंथर्स पार्टी को 1-1 सीट दी गई है।