एकनाथ शिंदे के पुत्र ने तोड़े महाकाल मंदिर के नियम

उज्जैन। महाकाल मंदिर में गर्भगृह में प्रतिबंध के बावजूद फिर से वीआईपी को प्रवेश दिया गया। इस बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पुत्र सांसद श्रीकांत शिंदे, उनकी पत्नी व दो अन्य लोगों ने गर्भगृह में प्रवेश कर पूजा अर्चना की। गर्भगृह में चारों ने 6 मिनट तक पूजा अर्चना की।


वीआईपी द्वारा निमय तोड़ने का यह कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी प्रतिबंध के बावजूद कई वीआईपी लोगों ने गर्भगृह में जाकर बाबा के दर्शन किए थे। इसे लेकर बाबा के भक्तों में भी नाराजगी है। रेलिंग से दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का कहना है कि मंदिर के गर्भगृह में सभी का प्रवेश निषेध है तो फिर वीआईपी लोग, नेता और उनके परिवार के लोग गर्भगृह में पहुंचकर बाबा महाकाल का पूजा-अर्चना क्यों कर रहे हैं।  


जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे और सांसद श्रीकांत शिंदे अपनी पत्नी व दो अन्य लोगों के साथ शाम 5:38 से 5:44 तक बाबा महाकाल के गर्भगृह में रहे। इस दौरान उन्होंने बाबा महाकाल की पूजा-अर्चना की। उनके गर्भगृह में पूजा करने की तस्वीरें और वीडियो सामने आने के बाद विवाद खड़ा हो गया है। बता दें कि पिछले 14 महीने से बाबा महाकाल के गर्भगृह में प्रवेश करने पर रोक लगी हुई है। ऐसे में सांसद श्रीकांत शिंदे का तीन अन्य लोगों के साथ गर्भगृह में प्रवेश करना विवाद का कारण बन गया है।  

 

श्रद्धालुओं के लिए रूट चार्ट लगाएं, जिससे वे भटके नहीं

श्री महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा को लेकर गुरुवार को होमगार्ड डीआइजी उज्जैन पहुंचे थे। यहां मंदिर के सभी प्रवेश द्वार का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था की जांच की। इसके बाद उन्होंने सुरक्षा संबंधी बैठक ली। मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने बीते दिनों मंदिर की सुरक्षा की कमान होमगार्ड जवानों को सौंपने के निर्देश दिए थे। इसके लिए जल्द ही 500 जवानों की भर्ती की जाएगी।
 

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