बाबा महाकाल के दर्शन होंगे आसान, जल्द ही मिलेगी सेमी हाई स्पीड वंदे भारत की सौगात

ग्वालियर: मध्य प्रदेश में रेलवे अपनी सेवाओं का विस्तार निरंतर कर रहा है। अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत सभी प्रमुख शहरों में विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशनों का निर्माण किया जा रहा है, साथ ही वंदे भारत ट्रेनें भी यात्रियों के लिए एक नई सौगात बनकर आ रही हैं। वर्तमान में इंदौर, भोपाल, जबलपुर, खजुराहो और दिल्ली के बीच वंदे भारत ट्रेन का संचालन हो रहा है, और अब ग्वालियर से इंदौर के बीच भी इस ट्रेन के संचालन की संभावना जताई जा रही है।

ग्वालियर-इंदौर के बीच यात्रा करना यात्रियों के लिए चुनौतीपूर्ण

ग्वालियर-इंदौर के बीच यात्रा करना यात्रियों के लिए एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। हर महीने लाखों श्रद्धालु उज्जैन महाकालेश्वर के दर्शन के लिए जाते हैं, लेकिन ग्वालियर से उज्जैन पहुंचने के लिए केवल दो प्रमुख रूट उपलब्ध हैं। इनमें से एक ग्वालियर से इंदौर का मार्ग है, जबकि दूसरा ग्वालियर से भोपाल होते हुए उज्जैन जाने का है। यह यात्रा यात्रियों के लिए काफी लंबी और थकाने वाली साबित होती है।

रेल मंत्री ने जल्द ही सर्वेक्षण कराने का आश्वासन दिया

यात्रियों और श्रद्धालुओं को हो रही कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए ग्वालियर के सांसद भारत सिंह कुशवाहा ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। उन्होंने मंगलवार को दिल्ली में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की और ग्वालियर से महाकाल उज्जैन रूट पर इंदौर तक वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की मांग की। इस क्षेत्र के निवासियों के लिए यह एक सकारात्मक समाचार है कि रेल मंत्री ने ग्वालियर से उज्जैन वाया इंदौर रूट पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के संचालन के लिए ट्रैफिक सर्वे कराने का आश्वासन दिया है। इस जानकारी को खुद ग्वालियर सांसद ने साझा किया है।

इसके अलावा, भारत सिंह कुशवाहा ने पहले भी संसद में इस मांग को उठाया था। लोकसभा में अपने संबोधन के दौरान उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के समक्ष इस मुद्दे को रखा था। अब उनकी हालिया मुलाकात से यह स्पष्ट होता है कि वे इस महत्वपूर्ण सेवा को शुरू करने के लिए गंभीरता से प्रयास कर रहे हैं, जिससे क्षेत्र के लोगों को यात्रा में सुविधा मिलेगी।

यात्रियों को करना पड़ता है लम्बा इंतज़ार 

ग्वालियर सांसद भारत सिंह कुशवाहा ने बताया कि “हर महीने लाखों श्रद्धालु हमारे क्षेत्र से उज्जैन में महाकाल के दर्शन के लिए जाते हैं, लेकिन ग्वालियर से इंदौर के बीच सीमित ट्रेन सेवाओं के कारण रिजर्वेशन में कठिनाई होती है। इससे यात्रियों को उज्जैन पहुंचने में समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यदि ग्वालियर से वंदे भारत ट्रेन इंदौर होते हुए उज्जैन तक चलने लगे, तो इससे श्रद्धालुओं को काफी सुविधा मिलेगी। यात्रा का समय भी कम होगा। इस मुद्दे को ध्यान में रखते हुए मैंने रेल मंत्री अश्विन वैष्णव से मुलाकात की और एक मांग पत्र प्रस्तुत किया है। उन्होंने ग्वालियर-इंदौर रूट पर ट्रैफिक सर्वे कराने का आश्वासन दिया है। यदि यह कार्य पूरा होता है, तो यह हमारे क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी।”

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