उत्तर प्रदेश में बड़ी पुलिस भर्ती का ऐलान सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया है. सीएम योगी ने ट्रैफिक पुलिस में महिलाओं की अलग से विंग बनाने के निर्देश दिए हैं. यातायात पुलिसकर्मियों की कमी को देखते हुए आरक्षी के 10 हजार अतिरिक्त पद सृजित करने को भी कहा है. इसमें महिला निरीक्षक, उप निरीक्षक और सिपाही को अलग से तैनात किया जाएगा. इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दे दिए हैं.
सड़क हादसों में कमी लाने का लक्ष्य
मुख्यमंत्री कार्यालय ने शुक्रवार को सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक से संबंधित दिशा-निर्देश विभागों को जारी कर दिए गए हैं. इसमें पिछले साल प्रदेश में सड़क हादसों में हुई मौतों की संख्या में इस बार 50 फीसदी कमी लाने का लक्ष्य रखा गया है. इसके अलावा यूपी के जिलों मे रोड सेफ्टी एक्शन प्लान बनाने के ठोस उपाय भी बताए गए.
नियम उल्लंघन करने पर कार्रवाई, हो सकता है लाइसेंस रद्द
खासकर परिवहन विभाग की बसों से होने वाली दुर्घटनाओं पर सख्ती से रोक लगाने को कहा गया है. सीएम ने वाहनों के चालान का शुल्क अवश्य जमा कराने का मैकेनिज्म बनाने और नियमों का उल्लंघन करने पर चार चरण में कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. अगर नियमों को तोड़ा गया तो लाइसेंस का निलंबन, निरस्तीकरण, बीमा राशि में वृद्धि और पंजीकरण रद्द हो सकता है.
5 से 10 जनवरी तक चलेगा जागरूकता अभियान
सीएम योगी ने 5 से 10 जनवरी तक जागरूकता अभियान चलाए जाने और उसके बाद नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. उन्होंने शहरों के साथ ग्रामीण इलाकों में भी रात को गश्त बढ़ाने के निर्देश भी दिए हैं. सीएम योगी ने सरकारी और सार्वजनिक स्थानों पर लगे सीसीटीवी की फुटेज सबसे पहले गृह विभाग को उपलब्ध कराने के आदेश भी दिए.
महिला ट्रैफिक पुलिस के कुछ मुख्य कार्य
1. यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित करना।
2. सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों को लागू करना
3. यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना
4. यातायात जाम को नियंत्रित करना
5. सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाना.