चीन की कंपनी ने की कर्मचारियों से ‘आग का गोला’ निगलने की मांग, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान
बीजिंग। चीन से कई बार अजीबो गरीब खबरें सामने आती रहती हैं। वहीं अब एक बार फिर से सोशल मीडिया पर चीन की एक कंपनी को लेकर खबर सामने आ रही है।
मिली जानकारी के अनुसार, चीन की एक कंपनी ने अपने कर्मचारियों को आग खाने के लिए मजबूर किया। अजीबो गरीब ‘टीम-बिल्डिंग’ इवेंट में कर्मचारियों से जलती हुई रुई की कलियां मुंह में डालकर बुझाने के लिए कहा गया। जिसके बाद अब कंपनी को अपनी इस हरकत के लिए सोशल मीडिया पर लोगों की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
रोंगरोंग नामक एक सोशल मीडिया यूजर ने इस घटना का खुलासा किया। रोंगरोंग ने खुलासा किया कि वह आग खाने की गतिविधि में शामिल होने के लिए तैयार नहीं थी, लेकिन उसे अपनी नौकरी खोने के डर से ऐसा करने के लिए दबाव महसूस कराया गया। करीब 60 कर्मचारियों ने इस इवेंट में भाग लिया था। जिन्हें 6 ग्रुप में बांटा गया था।
कहां है ये कंपनी?
यह कंपनी पूर्वोत्तर चीन के लियाओनिंग प्रांत में स्थित एक शिक्षा संगठन है।
कंपनी ने कर्मचारियों से कहा कि इससे उन्हें डर पर काबू पाने और आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद मिलेगी। इसका उद्देश्य कंपनी के नेतृत्व को हमारा दृढ़ संकल्प दिखाना था. यह दिखाना था कि हम जीतना चाहते हैं और हम पैसा कमाना चाहते हैं।
कर्मचारियों ने कंपनी को लेकर क्या कहा?
रोंगरोंग ने कहा कि मुझे यह अपमानजनक लगा। इस कार्यक्रम ने श्रम कानूनों का उल्लंघन किया है और वे अधिकारियों के पास कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की योजना बना रही हैं। कंपनी ने अभी तक इस आरोप का जवाब नहीं दिया है।
2016 में, पूर्वी चीन में नानजिंग स्थित एक कंपनी ने अपने कर्मचारियों को साहस बढ़ाने के लिए सार्वजनिक रूप से कूड़ेदान चूमने और अजनबियों को गले लगाने के लिए मजबूर किया था। एक यूजर ने खुलासा किया कि उनकी कंपनी ने आंखें बदकर ऊंचाई से गिरने को कहा ताकि सहकर्मी उन्हें पकड़ सकें। इसमें कई लड़कियों को चोट लग गई थी।
चीन की कंपनी की इस घटना ने सोशल मीडिया पर लोगों में काफी आक्रोश भर दिया है। कई लोगों ने कंपनी के इन खतरनाक तरीकों की निंदा की है।
एक यूजर ने आग खाने वाली गतिविधि को “एक प्रच्छन्न आज्ञाकारिता परीक्षण”करार दिया, जिसका अर्थ था कि कंपनी अपने कर्मचारियों पर नियंत्रण स्थापित करने के लिए इस अभ्यास का उपयोग कर रही थी। कई अन्य लोगों ने कंपनी की कार्रवाई को अधिकार का दुरुपयोग बताते हुए इसकी आलोचना की, तथा श्रम कानूनों के तहत श्रमिकों के लिए अधिक मजबूत सुरक्षा की आवश्यकता पर जोर दिया।