महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ को नियत्रिंत करने में मददगार साबित हो रहा एआई 

प्रयागराज। प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ के प्रबंधन के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का बड़े पैमाने पर उपयोग हो रहा है। मेला के लिए गंगा नदी के किनारे बसाए गए अस्थायी शहर में 1800 सीसीटीवी कैमरे एआई से सुसज्जित हैं। इन कैमरों  की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह किसी भी क्षेत्र में मौजूद लोगों की संख्या की 90 से 92 प्रतिशत तक सही गणना कर लेते हैं। जिन इंटीग्रेटिड कंट्रोल एंड कमांड सेंटरों से इन कैमरों की निगरानी हो रही है, वहां मौजूद पुलिस स्टाफ कैमरों में कैचर होने वाले भीड़ को देखते ही जमीनी स्तर पर मौजूद ट्रैफिक कंट्रोल देख रहे स्टाफ को भीड़ को दूसरे रास्ते में शिफ्ट करने की कमांड दे रहे है।  
इंटीग्रेटिड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर के प्रमुख आईपीएस अमित कुमार ने बताया कि मेला क्षेत्र में यह तकनीक ट्रैफिक कंट्रोल के लिए भी उपयोगी साबित हो रही है और किसी भी क्षेत्र में ट्रैफिक जाम होने की स्थिति में ट्रैफिक दूसरे क्षेत्रों में डायवर्ट किया जा रहा है। रोजाना करीब 20 लाख श्रद्धालु प्रयागराज में आ रहे हैं और करीब 20 लाख कल्पवास की अवधि के दौरान प्रयागराज में ही रहने वाले है। इन कलवासियों के साथ एक या दो सहयोगी होते हैं और मेला पक्के तौर पर मौजूद साधुओं संतों को मिलाकर इनकी कुल संख्या करीब 50 लाख बनती है। मोटे तौर पर प्रयागराज में प्रतिदिन 65 से 70 लाख श्रद्धालु रोजाना रहते हैं।
आईपीएस कुमार ने बताया कि कुंभ मेला में 17 प्रवेश बिंदु हैं, इसलिए वहां और निकास बिंदुओं पर आमद की निरंतर निगरानी की जा रही है। इसके लिए डाटा एनालसिस का प्रयोग किया जा रहा है उन्होंने कहा, सरकारी अनुमानों के अनुसार, इस बार महाकुंभ में 45 करोड़ से अधिक लोग शामिल होंगे। इसलिए, भीड़ प्रबंधन एक बड़ी चुनौती है, लेकिन एआई हमें एक सहज अनुभव सुनिश्चित करने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने में मदद कर रहा है। 

Exit mobile version