Jabalpur। फिल्म अभिनेत्री और हिमाचल की मंडी लोकसभा सीट से भाजपा सांसद कंगना रनौत की अपकमिंग फिल्म ‘इमरजेंसी’ रिलीज होने से पहले ही विवादों में घिर गई है। सिख समुदाय के लोगों ने विरोध करते हुए फिल्म पर बैन लगाने की मांग की है। जबलपुर सिख संगत ने कंगना रनौत की फिल्म को विवादास्पद बताया है। BJP के पूर्व मंत्री हरेंद्र सिंह बब्बू ने कहा कि कंगना जब सांसद नहीं थी तब भी बहुत गंदा बोलती थी।
शुक्रवार को सैकड़ों लोग रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए फिल्म पर पूरी तरह रोक लगाने की मांग की। उन्होंने फिल्म में सिख समुदाय की छवि को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन यादव को भी पत्र लिखा है। बता दें कि फिल्म 6 सितंबर को रिलीज होने वाली है।
सिख समुदाय की भावनाओं का ध्यान नहीं रखा
कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए जबलपुर सिख संगत के लोगों का कहना है कि जब भी देश में कहीं आपदा आई है, उस दौरान हमने अपनी जान जोखिम में डालकर दूसरों की जान बचाई है। भारतीय फिल्म सेंसर बोर्ड द्वारा सिखों को बदनाम करने वाली इमरजेंसी फिल्म को मंजूरी देते समय सिखों की भावनाओं का ख्याल नहीं रखा गया है। सिख इतिहास को फिल्म में तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है, जिससे सिख समाज की भावनाएं आहत हुई है।
सिनेमाघरों में चलने नहीं देंगे फिल्म
सिख समाज के लोगों ने कहा है कि किसी भी कीमत पर इस फिल्म को देश-प्रदेश के सिनेमाघरों में चलने नहीं दिया जाएगा। सिख समाज के अध्यक्ष मनोहर सिंह रीन ने कहा कि अगर ये फिल्म चेतावनी के बाद भी थिएटर में लगती है तो मजबूर होकर विरोध करना होगा और प्रदर्शन करना पड़ेगा। इसकी सभी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन को होगी।