Vodafone: संकट में फंसी कंपनी ने की ₹30000 करोड़ की बड़ी डील, ₹10 का है शेयर, सरकार के पास भी बड़ी हिस्सेदारी

कर्ज के बोझ से दबी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया (वीआईएल) ने 4जी और 5जी नेटवर्क इक्विपमेंट की सप्लाई के लिए नोकिया, एरिक्सन और सैमसंग को 30,000 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट दिया है। कंपनी ने रविवार को यह जानकारी दी। यह कॉन्ट्रैक्ट तीन साल के लिए है। कंपनी ने इससे पहले तीन साल में 6.6 अरब डॉलर या 55,000 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय की घोषणा की थी। यह सौदा इस दिशा में पहला कदम है। बीते शुक्रवार को यह शेयर 10.52 रुपये पर बंद हुआ था। कई ब्रोकरेज कंपनियों का मानना है कि वोडा आइडिया के शेयरों में तेजी आ सकती है। बता दें कि कंपनी में सरकार की 23.15% की बड़ी हिस्सेदारी है।

कंपनी ने बयान में कहा, ‘‘वोडाफोन आइडिया ने नोकिया, एरिक्सन और सैमसंग के साथ तीन साल की अवधि में नेटवर्क उपकरणों की आपूर्ति के लिए करीब 3.6 अरब डॉलर (करीब 30,000 करोड़ रुपये) का एक बड़ा सौदा किया है।’’ बयान में कहा गया है कि इस पूंजीगत व्यय कार्यक्रम का लक्ष्य 4जी आबादी के दायरे को 1.03 अरब से बढ़ाकर 1.2 अरब करना, प्रमुख बाजारों में 5जी सेवा शुरू करना और डेटा की वृद्धि के अनुरूप क्षमता का विस्तार करना है। इन नए दीर्घकालिक ठेकों के तहत आपूर्ति आगामी तिमाही में शुरू होगी। बयान में कहा गया है कि 1.2 अरब भारतीयों तक 4जी सेवा (कवरेज) का विस्तार कंपनी की शीर्ष प्राथमिकता है।

नोमुरा ने वोडाफोन आइडिया को अपनी पिछली रेटिंग ‘न्यूट्रल’ से अपग्रेड करके ‘बाय’ कर दिया, लेकिन इसका टारगेट प्राइस ₹15 प्रति शेयर बरकरार रखा है। इसके अलावा यूबीएस ने वोडाफोन आइडिया पर अपनी ‘बाय’ की सिफारिश बरकरार रखी है। ब्रोकरेज फर्म ने इस शेयर पर ₹19 का टारगेट प्राइस रखा है।

बता दें कि पिछले सप्ताह वोडा आइडिया के शेयरों में जबरदस्त गिरावट आई थी। पांच दिन में यह शेयर 22% तक टूट गया। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने वोडाफोन आइडिया और भारती एयरटेल सहित कई कंपनियों की उन याचिकाओं को खारिज कर दिया, जिनमें समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) में कथित त्रुटियों को सुधारने का अनुरोध किया गया था। बता दें कि वोडाफोन आइडिया का मौजूदा AGR बकाया ₹70,300 करोड़ है।

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