Share Market: सेंसेक्स 1800 अंक गिरा; निफ्टी 25250 से नीचे, निवेशकों को 11 लाख करोड़ रुपये का लगा चूना

मुंबई। घरेलू शेयर बाजार में गुरुवार को तेज बिकवाली दिखी। इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी लगभग दो फीसदी से ज्यादा टूट गए। बाजार में यह गिरावट पश्चिम एशिया में तनाव के बाद निवेशकों की ओर से सर्तकता बरतने के कारण आया। घरेलू शेयर बाजार को गुरुवार का दिन रास नहीं आया। वायदा कारोबार की एक्सपायरी के दिन सेंसेक्स और निफ्टी दो-दो फीसदी तक फिसल गए। दोपहर 2 बजकर 10 मिनट पर सेंसेक्स 1,811 अंक या 2.15% फिसलकर 82,455.08 पर कारोबार करता दिखा। दूसरी ओर, निफ्टी भी 554 अंक या लगभग 2.15% टूटकर 25,242 पर पहुंच गया।  इस दौरान बाजार में निवेशकों को करीब 11 लाख करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा।

पश्चिम एशिया में तनाव से कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी की आशंका
बीएसई पर सूचीबद्ध सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 5.63 लाख करोड़ रुपये घटकर 469.23 लाख करोड़ रुपये रह गया। इस सप्ताह की शुरुआत में ईरान की ओर से इस्राइल पर बैलिस्टिक मिसाइल दागे जाने के बाद पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने की आशंका बढ़ गई है। अगर यह संघर्ष तेज हुआ तो इस क्षेत्र से तेल की आपूर्ति बाधित हो सकती है। गुरुवार को कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी दिखी। तेल की कीमतों में बढ़ोतरी भारत जैसे कमोडिटी के आयातक देशों के लिए नकारात्मक है, क्योंकि देश के आयात बिल में कच्चे तेल का महत्वपूर्ण योगदान होता है।

निफ्टी ऑयल एंड गैस इंडेक्स 1.2% तक कमजोर हुआ
सेंसेक्स के शेयरों की बात करें तो रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एमएंडएम, एलएंडटी और भारती एयरटेल के शेयर इंडेक्स के फिसलने के लिए सबसे अधिक जिम्मेदार रहे। वहीं, जेएसडब्ल्यू स्टील और टाटा स्टील ही ऐसे शेयर थे जो बढ़त के साथ खुले। मध्य पूर्व में बढ़ते संघर्ष को लेकर चिंताओं के कारण निफ्टी ऑयल एंड गैस इंडेक्स में शुरुआती कारोबार में 1.2% से अधिक की गिरावट आई। इंडेक्स में हिंदुस्तान पेट्रोलियम, आईओसी और जीएसपीएल सबसे अधिक पिछड़े रहे। इस बीच,  इंडिया VIX 8.9% उछलकर 13.06 पर पहुंच गया

पश्चिम एशिया में इरान और इस्राइल के बीच बढ़ रहा तनाव दुनियाभर के बाजार के लिए चिंता का कारण है। खबरों के अनुसार ईरान की ओर से हमले के बाद इस्राइली सेना ने दक्षिण लेबनान में अपने आठ सैनिकों के मौत की पुष्टि की है। इनमें एक टीम कमांडर भी शामिल है। ऐसे में आने वाले समय में इस्राइल ईरान, हिजबुल्ला और हमास को घेरने के लिए जवाबी हमले तेज कर सकते हैं। अगर यह स्थिति बनती है तो इसका असर कच्चे के उत्पादन पर पड़ेगा। जिसका असर पूरी दुनिया के बाजार पर पड़ेगा। इन्ही चिंताओं को देखते हुए निवेशक बाजार में नई खरीदारी से बच रहे हैं।

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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