विदेशी मुद्रा भंडार में तगड़ा उछाल, 10 अरब डॉलर बढक़र पहुंचा ऑलटाइम हाई पर

नई दिल्ली। भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में जबर्दस्त उछाल देखने को मिला है। इसके साथ ही ये ऑलटाइम हाई पर पहुंच गया है। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, 12 जुलाई को खत्म हुए सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 10 बिलियन डॉलर उछलकर 666.85 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया है। इसके पहले वाले हफ्ते में देश का फॉरेक्स रिजर्व 657.15 बिलियन डॉलर था।
रिजर्व बैंक द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, 12 जुलाई 2024 को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 9.69 अरब डॉलर बढक़र 666.85 अरब डॉलर हो गया है। वहीं, इस दौरान फॉरेन करेंसी एसेट्स भी 8.36 अरब डॉलर बढक़र 585.47 बिलियन डॉलर हो गई है।
भारत का गोल्ड रिजर्व बढक़र 58.66 अरब डॉलर पहुंचा
भारत के गोल्ड रिजर्व में भी तगड़ा उछाल आया है। 12 जुलाई को खत्म हफ्ते में देश का गोल्ड रिजर्व 1.23 अरब डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 58.66 अरब डॉलर पहुंच गया है। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के पास जमा रिजर्व में 32 मिलियन डॉलर का उछाल देखा गया और ये बढक़र 4.60 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। बता दें कि लगातार 8 हफ्तों से भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 650 अरब डॉलर के ऊपर बना हुआ है।
दुनिया के टॉप- 5 देश, जिनका विदेशी मुद्रा भंडार सबसे ज्यादा
बता दें कि फॉरेक्स रिजर्व के मामले में भारत दुनिया के टॉप-5 देशों में शामिल है। दुनिया में सबसे ज्यादा विदेशी मुद्रा भंडार 3582 अरब डॉलर चीन के पास है। दूसरे नंबर पर जापान है, जिसका फॉरेक्स रिजर्व 1827 अरब डॉलर है। तीसरे नंबर पर 795 अरब डॉलर के साथ स्विट्जरलैंड का नाम है। वहीं, चौथे नंबर पर 666.85 अरब डॉलर के साथ भारत है। पांचवे नंबर पर 601 अरब डॉलर के साथ रूस है।

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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