Social Media Sensation काव्या मारन..! लंदन से MBA कर लौटी तो पापा ने थमा दी 2-2 क्रिकेट टीमें, एक आईपीएल में रनर अप

नई दिल्ली। आईपीएल 2024 के फाइनल में केकेआर से सनराइजर्स की हार के बाद रनरअप टीम से ज्यादा उसकी मालकिन की चर्चा हो रही है। सनराइजर्स की मालकिन काव्या मारन इटरनेट सेंसेशन बन गई हैं. फाइनल मुकाबले में टीम की हार के वक्त उनकी आंखों में आंसू आ गए थे. उन्होंने कैमरे की नजर से अपने चेहरे को छिपाने की कोशिश की, लेकिन रोते हुए उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

अब हर कोई काव्या मारन के बारे में जानना चाहता है. दरअसल, ये युवा बिजनेस वुमेन सनराइजर्स की मालकिन हैं. वह तमिलनाडु के बड़े बिजनेस घराने की बिटिया हैं. उनके पिता कालानिधि मारन वहां के एक बड़े मीडिया हाउस सन ग्रुप के मालिक हैं. सन ग्रुप के 33 से अधिक रिजनल चैलन हैं. रिपोर्ट के मुताबिक कालानिधि मारन का नेट वर्थ करीब 2.3 बिलियन डॉलर है।

चेन्नई होम टाउन
मारन परिवार का होम टाउम चेन्नई है. काव्या ने चेन्नई के प्रतिष्ठित स्टेला मैरिस कॉलेज से ग्रेजुएशन किया फिर वह एमबीए करने इंग्लैंड चली गईं. वहां उन्होंने वारविक बिजनेस स्कूल से एमबीडी की डिग्री ली. फिर वह अपने पिता के कारोबारी दुनिया में आ गईं।लंदन से लौटने के बाद 2018 में कालानिधि मारन ने अपनी आईपीएल टीम सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) का सीईओ बिटिया को बना दिया. SRH के साथ-साथ काव्या ग्रुप की अन्य कंपनियों को भी संभालती हैं.

टीम का हिस्सा बनीं काव्या
पूरे आईपीएल के दौरान काव्या अपनी टीम का अटूट हिस्सा बनी रहीं. वह अक्सर खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम में और स्टेडियम में उन्हें चीयर्स करते दिख जाती थीं. कैमरे भी उनके चेहरे के हर एक एक्सप्रेशन को कैद करने में जुटे रहते थे।
काव्या इस वक्त एक सफल बिजनेस वुमेन हैं. वह SRH के अलावा एक और क्रिकेट लीग की मालकिन हैं. यह क्रिकेट लीग है साउथ अफ्रीका 20 टूर्नामेंट (SA20). इस लीग में ‘सनराइजर्स ईस्टर्न केप’ उनकी टीम है. SA20 की शुरुआत 2022 में हुई थी और सनराइजर्स ईस्टर्न केप दो बार चैंपियन बन चुकी है।

img 20240529 1627336325363481428063196 1
Social Media Sensation काव्या मारन..! लंदन से MBA कर लौटी तो पापा ने थमा दी 2-2 क्रिकेट टीमें, एक आईपीएल में रनर अप 3

400 करोड़ का नेटवर्थ
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पापा से इतर काव्या मारन का नेटवर्थ करीब 400 करोड़ रुपये का है. 2018 में सनराइजर्स की कमान संभालने के बाद उनकी टीम ने कई उतार चढ़ाव देखे हैं. सनराइजर्स 2016 में चैंपियन बनी थी. 2018 में वह रनरअप रही. लेकिन उसके बाद उसका प्रदर्शन बहुत खराब रहा. 2021 सीजन ने सनराइजर्स ने 14 मैच खेले लेकिन केवल तीन में जीत हासिल की. इस कारण प्वाइंट टेबल में वे सबसे निचले पायदान पर आ गए थे. 2024 सीजन से पहले काव्या में अपनी टीम में काफी बदलाव किए. टीम में जोश भरा और वे इस बार फाइनल तक पहुंच गए।

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

Related Articles